अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया हनोई सम्मेलन में समझौते के लिए तैयार नहीं था इसलिए बैठक को अचानक रद्द करना पड़ा था।” वियतनाम की राजधानी में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग की दूसरी मुलाकात हुई थी जो ज्यादा ख़ास नहीं रही थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति के नेशनल रिपब्लिकन कोंग्रेसिअल कमिटी में मंगलवार को दिए भाषण के हवाले से योनहाप न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि “हमें जाना पड़ा। वह समझौते के लिए कतई तैयार नहीं था। यह ठीक है क्योंकि हम साथ में बेहतर प्राप्त करेंगे।”
उत्तर कोरिया तैयार नहीं था
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “वह तैयार नहीं था। मैंने कहा था, तुम समझौते के लिए तैयार नहीं हो। यह पहली बार है जब उनसे किसीने यह कहा था और चला गया। उनके साथ पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। मैंने उनसे कहा था कि आप समझौते के लिए तैयार नहीं है, लेकिन हम एक समझौता करेंगे। हमारे बहुत अच्छे सम्बन्ध है।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “हनोई सम्मेलन का अचानक खत्म होने का कारण उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण और अमेरिका से प्रतिबंधों में निजात पर सहमति न बन पाना था।” साल 2018 में सिंगापुर में हुई बैठक में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता दिखाई थी। इसके बदले अमेरिका ने सुरक्षा की गारंटी दी थी।
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच जमी बर्फ को पिघालने के लिए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन अगले हफ्ते वांशिगटन की यात्रा पर आएंगे और डोनाल्ड ट्रम्प से 11 अप्रैल को बातचीत करेंगे।
कुछ लोगों का मानना था कि ट्रम्प उन प्रतिबन्ध की बात कर रहे हैं जो हाल ही में ट्रम्प सरकार नें कुछ चीन की कंपनियों पर लगाये थे क्योंकि ये कंपनियां उत्तर कोरिया के साथ व्यापार कर रही थी।
डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रतिबंधों को हटाने की गुजारिश को रद्द कर दिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि किम जोंग उन के साथ उनके सम्बन्ध बेहद अच्छे हैं। अलबत्ता उत्तर कोरिया जब तक परमाणु निरस्त्रीकरण की तरफ सार्थक कदम नहीं उठाता, अमेरिका प्रतिबंधों को नहीं हटा सकता है।