अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया को खुद से प्रतिबन्धों को हटाने के लिए सार्थक रवैया अपनाना होगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि “उन पर पूर्ण प्रतिबन्ध है और मैं प्रतिबंधों को नहीं हटाने वाला हूँ।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मैं ऐसा नहीं करना चाहूंगा, लेकिन हमें ऐसा कुछ करने की जरुरत है जो दूसरी तरफ के लिए फादेमंद हो। उत्तर कोरिया के शासक और मेरे बीच बहुत अच्छा रिश्ता है और ऐसे कार्य से मैं हैरतअंगेज़ नहीं होऊंगा।” इसके आलावा उन्होंने इससे सम्बंधित जानकारी नहीं दी है।
यह आखिरी मुलाकात नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोहराया कि “उत्तर कोरिया में आर्थिक विकास की अत्यधिक क्षमता है और वियतनाम मुलाकात आखिरी नहीं होगी।” डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य आगे सप्ताह हनोई में दूसरे शिखर सम्मलेन का आयोजन होगा।
बीते वर्ष जून में सिंगापुर में दोनों नेताओं की ऐतिहासिक मुलाकात हुई थी और उत्तर कोरिया के शासक ने पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता दिखाई थी। हालाँकि इसके बाद दोनों राष्ट्रों के मध्य बातचीत का स्तर ठप पड़ गया था। दोनों देश कई मामलों पर रज़ामंदी नहीं जाहिर कर रहे थे।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सांडर्स ने कहा कि “शिंज़ो आबे से डोनाल्ड ट्रम्प ने फ़ोन पर, समझौते के अंत तक पंहुचने की प्रतिबद्धता को दोहराया और पियोंगयांग में पूर्ण सत्यापित परमाणु निरस्त्रीकरण के बाबत बताया था।”
उत्तर कोरिया करे परमाणु निरस्त्रीकरण
डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को दोहराया कि “वह चाहते हैं उत्तर कोरिया परमाणु कार्यक्रम को खत्म कर दे। लेकिन वह हड़बड़ी में नहीं है और न ही पियोंगयांग पर निरस्त्रीकरण के लिए दबाव बना रहे हैं।” उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका सभी प्रतिबंधों को हटा दे, 1950-53 की कोरियाई युद्ध की आधिकारिक घोषणा करें और सुरक्षा की गारंटी प्रदान करें।
हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह वियतनाम की मुलाकात के बाद भी किम जोंग उन से मुलाकात की अपेक्षा रखते हैं। उत्तर कोरिया को पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण कर देना चाहिए ताकि प्रतिबंधों को हटा दिया जाए।