व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि उत्तर कोरिया मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का रूख पहले वाला ही है, उसमें कोई भी परिवर्तन नहीं हुआ है। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने उत्तर कोरिया के साथ वार्ता की संभावना के बारे में टिप्पणी की थी।
टिलरसन ने कहा था कि अमेरिका उत्तर कोरिया के नेताओं से राजनयिक चर्चा के लिए बिना किसी पूर्व शर्तों के मिलने के लिए तैयार था। साथ ही कहा था कि अगर उत्तर कोरिया तैयार होता है तो अमेरिका किसी भी समय वार्ता के लिए तैयार है।
अब व्हाइट हाउस की बयान आया है कि डोनाल्ड ट्रम्प अभी भी उत्तर कोरिया के साथ बातचीत को राजी नहीं है। डोनाल्ड ट्रम्प तभी बातचीत करेंगे जब उत्तर कोरिया परमाणु कार्यक्रम रोक देगा।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा हकाबी सैंडर्स ने एक बयान में कहा है कि उत्तर कोरिया पर राष्ट्रपति ट्रम्प के विचारों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
जिसका मतलब साफ है कि डोनाल्ड ट्रम्प चाहते है कि पहले उत्तर कोरिया परमाणु हथियार परीक्षण कार्यक्रमों को पूरी तरह से बंद करे, उसके बाद ही वार्ता की जाएगी।
उत्तर कोरिया से पूरी दुनिया असुरक्षित
लेकिन उत्तर कोरिया अभी भी मिसाइल परीक्षण कर रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि उत्तर कोरिया परमाणु व मिसाइल का परीक्षण करके जापान, चीन और दक्षिण कोरिया ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के असुरक्षित होने का खतरा है।
उत्तर कोरिया का ये कार्य उत्तर कोरिया के साथ ही किसी के लिए भी अच्छा नहीं है। गौरतलब है कि अटलांटिक परिषद में बैठक के दौरान रेक्स टिलरसन ने राष्ट्रपति ट्रम्प इस मामले को लेकर काफी यथार्थवादी है।
पहले टिलरसन ने कहा था कि दो देश कम से कम एक दूसरे के सामने बैठकर एक-दूसरे को देख सकते है, फिर हम एक नक्शा बनाना शुरू कर सकते है। इक नक्शे की दिशा में ही दोनों देश काम करने के लिए तैयार हो सकते है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने भी पिछले हफ्ते बयान दिया था कि उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम युद्ध के लिए बढ़ रहा है। मैकमास्टर ने कहा था कि कम्युनिस्ट राष्ट्र, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा तात्कालिक खतरा बन गया है।