अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को उत्तर कोरिया आतंकवाद का प्रायोजक देश घोषित किया। ट्रम्प ने ऐलान किया कि उनका देश उत्तर कोरिया को वापिस से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चरमपंथी का समर्थन करने वाले देशों की सूची में दोबारा शामिल कर रहा है। इसके तहत अब उत्तर कोरिया पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस कदम का दक्षिण कोरिया व जापान ने मंगलवार को स्वागत किया। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि मैं अमेरिका के उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने के कदम का स्वागत और समर्थन करता हूं। वहीं दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया पर शांतिपूर्ण तरीके से परमाणु कार्यक्रमों पर निषेध लगाने का अच्छा तरीका हो सकता है। साथ ही अमेरिका के ऐसा करने से उत्तर कोरिया बातचीत के लिए भी तैयार हो सकता है। हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने एशियाई देशों का दौरा किया था। उसके कुछ दिनों बाद ही ट्रम्प ने उत्तर कोरिया को आतंकवाद के प्रायोजक की सूची में वापस से डाल दिया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को अनदेखा करते हुए परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम जारी रखा हुआ है।
साल 2008 में हटाया गया था उत्तर कोरिया का नाम
गौरतलब है कि साल 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने उत्तर कोरिया को इस सूची में से हटा लिया था। वहीं अब नौ साल बाद वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दोबारा इसे आतंकवाद प्रायोजक सूची में शामिल कर लिया है। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि परमाणु तबाही से दुनिया को धमकी देने के अलावा उत्तर कोरिया ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्यों का समर्थन किया है जिसमें विदेशी धरती पर हत्याएं करना भी शामिल है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने ट्रम्प के फैसले का समर्थन किया है। टर्नबुल ने सिडनी में संवाददाताओं को कहा है कि किम जोंग ने उत्तर कोरिया से एक वैश्विक आपराधिक आपरेशन चलाया है जिसमें हथियारों को पेडलिंग, ड्रग्स की पेडलिंग और साइबर अपराध में लगे हुए है। ये सब निश्चित रूप से अपने परमाणु हथियारों के साथ क्षेत्र की स्थिरता की धमकी दे रहे है। अमेरिका ने अभी तक आतंकवाद प्रायोजक सूची में ईरान, सूडान व सीरिया को सम्मलित किया हुआ है। अब उत्तर कोरिया को भी इसमें शामिल कर लिया गया है।
चीन ने उठाये सवाल
हालिया जानकारी के मुताबिक चीन ने उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका की कार्यवाई पर सवाल उठाये हैं। चीनी सरकार ने कहा है कि स्थिति को संभालने की बजाय अमेरिका इसे और खराब बना रहा है। ट्रम्प द्वारा उत्तर कोरिया को आतंकवादी देश घोषित किये जाने को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने गलत बताया है। उन्होंने कहा कि इस से उत्तर कोरिया में स्थिति नाजुक बनी हुई है। ऐसे में इस समय यह जरूरी है कि इस विषय में बातचीत के जरिये चीजों को सुलझाया जाए।