अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने शनिवार को कहा कि “उत्तर कोरिया के मिसाइल परिक्षण ने यूएन सुरक्षा परिषद् प्रस्ताव का उल्लंघन किया है और नेता किम जोंग उन से परमाणु वार्ता पर वापस आने का आग्रह किया है। यह पहली बार है जब अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी ने हालिया उत्तर कोरिया के मिसाइल और परमाणु परिक्षण को यूएन के प्रस्ताव का उल्लंघन करार दिया है।”
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चार दिवसीय यात्रा पर जापान गए हैं। जॉन बोल्टन ने कहा कि “यूएन के प्रस्ताव में किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल का परिक्षण वर्जित है। उत्तर कोरिया ने कम मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परिक्षण किया था और निसंदेह यह प्रस्ताव का उल्लंघन था।”
इस माह की की शुरुआत में किम जोंग ने हथियारो का परिक्षण किया था। बोल्टन ने कहा कि “अमेरिका के द्वार किम जोंग उन सरकार के साथ वार्ता के लिए हमेशा खुले हैं। ट्रम्प ने किम के लिए वार्ता के दरवाजे खोल दिए हैं और अब किम को अगला कदम उठाना है।”
यह पहली बार है कि ट्रंप प्रशासन में एक उच्च अधिकारी ने उत्तर कोरियाई परीक्षणों को संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वाला बताया। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन के आदेशों के बाद किए गए परीक्षण पर अब तक दक्षिण कोरिया और अमेरिका दोनों ने लॉन्च पर ज्यादा बात नहीं की थी।
बोल्टन ने किम से जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात एक लिए रज़ामंद होने का आग्रह किया है जो उत्तर कोरिया के हथियार कार्यक्रम को दोबारा शुरू करने में मददगार साबित हो सकती है।
उनके अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही सिंगापुर और हनोई में किम जोंग-उन के साथ बिना शर्त दो बैठकें कर चुके हैं। उन्हें उत्तर कोरियाई नेता के साथ आबे की भी ऐसी बैठक करने में ‘कुछ भी अनहोनी’ नहीं देखाई देती है।
डोनाल्ड ट्रम्प चीन से लेकर उत्तर कोरिया के विषयो और द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा करेंगे। दोनों नेता ईरान के साथ तनाव के बाबत भी चर्चा करेंगे। मध्य जून में शिजो आबे ईरान की यात्रा करने पर विचार कर रहा हैं। चार दशकों में तह पहली ऐसी यात्रा होगी।
वांशिगटन ने कहा कि “वह देशों को ईरानी तेल खरीदने की रिआयत को खत्म कर रहे हैं और ईरान की रेवोलूशनरी गार्ड्स को उन्होंने विदेश आतंकवादी संघठन की सूची में डाल रखा है।” अमेरिका ने ईरान के संभावित हमले के जवाब में मध्य पूर्व में एक युद्धपोत और एक बमवर्षक की तैनाती की है।
ईरान पर अमेरिका की सख्त नीति के दिशानिर्देश जॉन बोल्टन ही देते हैं। हाल ही यूएई के तट पर चार तेल टैंकरों पर हमला और सऊदी की तेल पाइपलाइन पर ड्रोन हमला और बग़दाद ग्रीन जोन में राकेट से हमला किया गया था। बोल्टन ने इन्हे चिंता की घटनाएं करार दिया है।