इंटरनेट से तौबा करने वाला देश उत्तर कोरिया ने भी अब इसकी ताकत को जान लिया है। उत्तर कोरिया को इंटरनेट को आखिरकार अपनाना ही पड़ा। आप जान कर हैरान रह जाएंगे कि आज की डिजीटल दुनिया में एकमात्र उत्तर कोरिया ने खुद को इंटरनेट से दूर कर रखा था। उत्तर कोरिया टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काफी आगे है लेकिन इंटरनेट की बात की जाए तो उत्तर कोरिया तानाशाह ने इसे कभी नहीं अपनाया।
अब तानाशाह ने उत्तर कोरिया में इंटरनेट के इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। यहां अब डॉक्टरों से लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके परामर्श लिया जा सकेगा। उत्तर कोरिया के लोग एक दूसरे को अपने स्मार्टफोन पर संदेश भेज सकते है। साथ ही ई-शॉपिंग व ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा का लाभ भी उठा सकते है।
इंटरनेट उपयोग करने पर लगाई शर्तें
पूर्वी अफ्रीकी देश इरित्रिया को छोड़कर उत्तर कोरिया पृथ्वी पर अब तक का सबसे कम इंटरनेट अनुकूल देश माना जाता है। यहां के लोगों के पास बड़ी मुश्किल से निजी कंप्यूटर या ई-मेल एड्रेस है।
अब किम जोंग ने उत्तर कोरिया में इंटरनेट का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। हालांकि इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी तानाशाह ने कड़ी शर्ते लागू की है।
उत्तर कोरिया ने सिर्फ कोरियन भाषा में इंटरनेट का इस्तेमाल शुरू किया है। इसके लिए खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित किया गया है। इंटरनेट के लिए उत्तर कोरिया में टू-टायर सिस्टम को लागू किया है। यानि इंटरनेट का उपयोग दो तरह के लोग कर सकते है।
इंटरनेट का पहला सिस्टम किम जोंग के विश्वासपात्र नेताओं व अधिकारियों के लिए है। वहीं दूसरा सिस्टम उत्तर कोरिया देश के नागरिकों के लिए है। इसमें ई-शॉपिंग, ऑनलाइन बैंकिंग, लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शामिल है।
इंटरनेट नहीं होने की वजह से उत्तर कोरिया में सोशल मीडिया का उपयोग भी बेहद कम होता है। यहां पर आम लोगों को ज्यादा सुविधाएं नहीं मिल रही है। यहां पर तानाशाह किम जोंग जो चाहता है वहीं लोगों को देखना व सुनना पड़ता है।