उत्तर कोरिया में अमेरिका के विशेष राजदूत मंगलवार को हनोई के लिए रवाना हो गए हैं, वहां डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य दूसरे शिखर सम्मलेन का आयोजन की तैयारियां करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति और उत्तर कोरियाई नेता के मध्य आगामी सप्ताह हनोई में मुलाकात होगी।
अमेरिकी एम्बेसी राज्य विभाग के प्रवक्ता रोबर्ट पलडिनो ने कहा कि उनके पास स्टेफन बैगन के हनोई में होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राजदूत अपने उत्तर कोरियाई समकक्षी किम होक चोल के साथ दूसरे शिखर सम्मलेन से पूर्व बातचीत के लिए तैयार है।
उत्तर कोरिया के साथ बैठक के बाद स्टेफेन बिगुन ने कहा था कि बातचीत काफी फलदायी रही, लेकिन सम्मलेन से पूर्व काफी कठोर कार्य करना शेष है। अमेरिका की मांग है कि उत्तर कोरिया को सभी परमाणु कार्यक्रमों का त्याग कर देना चाहिए। डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन ने सितम्बर में आयोजित पहली बैठक में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता दिखाई थी।
उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका सभी प्रतिबंधों को हटा दे, 1950-53 की कोरियाई युद्ध की आधिकारिक घोषणा करें और सुरक्षा की गारंटी प्रदान करें।
प्रतिबंधों से मुक्त करने पर प्रवक्ता ने कहा कि “प्रतिबंधों पर हमारा मत स्पष्ट है। यह वैश्विक प्रतिबन्ध है और यह जब तक जारी रहेंगे जब तक हम पूर्ण, अंतिम और सत्यापित परमाणु निरस्त्रीकरण का लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते हैं।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को दोहराया कि “वह चाहते हैं उत्तर कोरिया परमाणु कार्यक्रम को खत्म कर दे। लेकिन वह हड़बड़ी में नहीं है और न ही पियोंगयांग पर निरस्त्रीकरण के लिए दबाव बना रहे हैं।”
कोरियाई युद्ध के अंत की आधिकारिक घोषणा की महत्वता के बाबत माइक पोम्पिओ ने कहा कि “हमारे समक्ष बातचीत के लिए बेहद मुद्दे हैं। डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन सिंगापुर में राज़ी हुए परमाणु निरस्त्रीकरण और सैन्य चुनौती व कम करने के बाबत बातचीत करेंगे, ताकि पेनिनसुला में शान्ति और सुरक्षा की जा सके।”