उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियों गुएटरेस से उनके एक मालवाहक जहाज को अमेरिका द्वारा अवैध तरीके से जब्त करने के बाबत बातचीत करने के लिए कहा है। उत्तर कोरिया की केसीएनए न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, उत्तर कोरिया के राजदूत ने यूएन को पत्र में लिखा कि “कब्ज़ा करने का यह कृत्य साफ़ तौर पर इशारा करता है कि अमेरिका एक बदमाश तो है ही लेकिन उसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की भी कोई परवाह नहीं है।”
जहाज को जब करने का उत्तर कोरिया का विरोध दोनों देशों के बीच जारी तनाव के दौरान आया है। डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच हनोई में हुआ दूसरा सम्मेलन बगैर की समझौते के रद्द हो गया था। इसका मकसद उत्तर कोरिया में परमाणु निरस्त्रीकरण करना था।
इस पत्र में महासचिव से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की गयी है और दावा किया कि वांशिगटन उत्तर कोरिया की सम्प्रभुता का उल्लंघन किया है और यूएन के विशेषाधिकारों को तोड़ा है। परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता के ठप हो जाने के साथ ही पियोंगयांग ने अत्यधिक हथियारों का आरक्षण करना शुरू कर दिया था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने हनोई मुलाकात के दौरान प्रतिबंधो से निजात देने की उत्तर कोरिया की मांग को ठुकरा दिया था और हथियारों का परिक्षण को इसके विरोध में देखा जा रहा है। उत्तर कोरिया ने कहा कि जहाजों को जब्त किये जाने से सम्मलेन की भावना का उल्लंघन हुआ है और बगैर देरी किये तत्काल जहाज को वापस लौटाने की मांग की है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि “उत्तर कोरिया का मालवाहक जहाज “वाइज ऑनेस्ट” को जब्त किया गया था और यह अमेरिका के सामोआ में था। इस जहाज पर गैरकानूनी तरीके से कोयला निर्यात करने का आरोप है जो सरासर यूएन के प्रतिबंधों का उल्लंघन है। इस जहाज को इससे पहले अप्रैल 2018 में इंडोनेशिया में जब्त किया गया था।”