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    किम जोंग उन

    अमेरिका ने अधिकारी ने बुधवार को बताया कि उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परिक्षण ने उनके नेता किम जोंग उन की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से किये वादे को नहीं तोड़ा है लेकिन परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता के बहाल होने के प्रयासों पर संदेह खड़ा कर दिया है।

    उत्तर कोरिया-अमेरिका वार्ता

    उत्तर कोरिया की स्टेट मीडिया के मुताबिक, किम ने निगरानी में बुधवार को एक नए तरीके के लार्ज कैलिबर मल्टीप्ल लांच गाइडेड राकेट सिस्टम का परिक्षण किया था। छह दिन पूर्व ही दो निम्न मारक क्षमता की बैलिस्टिक मिसाइल को लांच किया गया था।

    30 जून को किम और ट्रम्प ने परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता को बहाल करने के लिए कोरियाई मुल्क को विभजित करने वाले इलाके में मुलाकात की थी। यह हालिया लांच दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर दबाव बनाने के लिए ताकि वह आगामी सैन्य अभ्यास को रोक दे।

    अमेरिका के राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने एक इंटरव्यू में कहा कि “मिसाइल को दागने से किम जोंग उन की प्रतिबद्धता का उल्लंघन नहीं किया गया है। परमाणु निरस्त्रीकरण की वर्किंग लेवल की चर्चा के शुरू होने के बाद असल कूटनीति की शुरुआत होगी।”

    दक्षिण कोरिया के ख़ुफ़िया विभाग ने सांसदों से कहा कि “उत्तर कोरिया के मिसाइल परिक्षण अगस्त में भी समभाव है।” मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर विपिन नारंग ने कहा कि “मिसाइल परिक्षण उत्तर कोरिया के नेता की कूटनीतिक का भाग है।”

    यह परिक्षण प्रत्येक दिन याद दिलाएंगे कि अमेरिका और उसके सहयोगी समझौते को सुरक्षित करने में असफल साबित हुए हैं और उत्तर कोरिया अपने परमाणु और मिसाइल आर्सेनल को में सुधार और विस्तार जारी रखेगा। अमेरिका के अधिकारियो ने इस परिक्षण को कमतर आँका है।

    राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि उन्हें अभी भी उम्मीद है कि वार्ता जल्द शुरू होगी। शायद इस हफ्ते बैंकाक में आसियान मंच के इतर बातचीत शुरू हो। बोल्टन ने कहा कि “अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। हम उत्तर कोरिया की तरफ से प्रतिक्रिया के लिए अब भी इंतज़ार कर रहे हैं।”

    किम और ट्रम्प के बीच वियतनाम में फरवरी में आयोजित मुलाकात बगैर किसी समझौते के समाप्त हो आगयी थी। वांशिगटन ने प्योंगयेंग से पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की मांग की थी जबकि उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से राहत की मांग की थी।

    उत्तर कोरिया की तरफ से जारी तस्वीरो में मल्टीप्ल लांच राकेट सिस्टम प्रतीत हो रहा है। उत्तर कोरिया की सेना के समक्ष कारण 5500 एमएलआरएस है, इसके आलावा 8600 फील्ड गन, 4300 टैंक्स और 2500 हथियारबंद वाहन है। दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ ने कहा कि उत्तर ने 250 किलोमीटर तक उड़ने वाली बैलिस्टिक मिसाइल को दागा था।

    बैलिस्टिक मिसाइल संयुक्त राष्ट्र के नियमो का उल्लंघन करती है। ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस ने हालिया मिसाइल लांच पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद् की एक बैठक का आयोजन करने की मांग की थी।

    यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को यकीन है कि हालिया मिसाइल परिक्षण परमाणु निरस्त्रीकरण को वार्ता को दोबारा शुरू करने की याद दिलाने का जरिया है। दक्षिण कोरिया के परमाणु राजदूत ली डू हून ने हाला ही में उत्तर कोरिया में अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि स्टेफेन बिगुन से मुलाकात की थी।

    दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने गुरूवार को बयान में कहा कि “उन्होंने मिसाइल परिक्षण पर चर्चा की थी और वर्किंग लेवल की बातचीत को शुरू करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों का संकल्प लिया था। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो ने आसियान में जाने की योजना को रद्द कर दिया था लेकिन पोम्पियो ने कहा कि अमेरिकी अभी भी वार्ता के लिए तैयार है।

    अमेरिका के रक्षा अधिकारी ने बताया कि अमेरिका का अभी इस महीने की सैन्य ड्रिल में बदलाव की योजना है। हमें दिओ चीजे करनी है: हमें राजनयिकों को उनकी कूनिती के लिए पर्याप्त स्पेस देना है और एक ऐसे वातावरण को तैयार करना है जो वार्ता के लिए अनुकूल हो।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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