उत्तर कोरिया ने कहा था कि जब तक अमेरिका आंकलन के एक नए तरीके से साथ नहीं आएगा तब तक अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत ठप रहेगी। प्योंगयांग के इस बयान पर अमेरिकी राज्य विभाग ने शुक्रवार को कहा कि वह कम्युनिस्ट राष्ट्र के साथ वार्ता के लिए हमेशा तैयार है और अपनी स्थिति के बाबत बेहद स्पष्ट है।
राज्य विभाग ने बताया कि ट्रम्प प्रशासन दोनों देशों के बीच सिंगापुर में हुए समझौते पर अडिग है। जिसमे उत्तर में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण को शान्ति की स्थापना की प्रतिबद्धता दिखाई गयी है। उत्तर कोरिया ने सार्वजानिक तौर पर अमेरिका की आलोचना करना शुरू कर दिया है विशेषकर जब से अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मालवाहक जहाज को जब्त किया है।
बीते दिन प्योंगयांग ने आरोप लगाया कि वियतमान में दोनों देशों के बीच आयोजित दुसरे शिखर सम्मेलन के रद्द होने का जिम्मेदार अमेरिका है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि “जब तक अमेरिका आंकलन के मौजूदा तरीके को किनारे नहीं रख देती और नए तरीके के साथ आगे नहीं आती, तब तक दोनों देशों के बीच वार्ता बहाल नहीं होगी।”
प्रवक्ता ने साथ ही कहा कि “अमेरिका असमावेशी देश पर शासन करने के लिए दोष को शिफ्ट करने की कोशिश कर रहा है।” उन्होंने कहा कि “हम एक बात स्पष्ट करना देना चाहते हैं कि यंत्रों के साथ अमेरिका के समक्ष हमे एक इंच भी खिसकाने की क्षमता नहीं है। उनका उत्तर कोरिया पर अविशवास और अत्याचारी रवैया बढ़ेगा तो हमारा जवाब भी भयंकर होगा।”
इसकी प्रतिक्रिया में अमेरिकी राज्य विभाग ने कहा कि “वह उत्तर कोरिया के साथ रचनात्मक चर्चा के लिए तैयार है।” अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दूसरा शिखर सम्मेलन बगैर किसी समझौते के रद्द हो गया था। दोनों देश मतभेदों को खत्म करने के विफल साबित हुए थे। उत्तर कोरिया ने निराशा में दो शार्ट रेंज मिसाइल का परिक्षण किया था।