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    सर्गेई लावरोव रेक्स टिलरसन उत्तर कोरिया

    रूस ने अमेरिका को कहा है कि उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षणों को लेकर सीधे वार्ता को तैयार है। दरअसल रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव व अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के बीच में वियना में मुलाकात हुई थी। इस दौरान लावरोव ने टिलरसन को कहा कि उत्तरी कोरिया अपने परमाणु गतिरोध पर अमेरिका के साथ वार्ता करने के लिए खुले तौर पर तैयार है।

    लावरोव की बात का टिलरसन ने कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन अमेरिका राज्य विभाग के मुताबिक उत्तर कोरिया के साथ बातचीत की शुरूआत तभी होगी जब उत्तर कोरिया परमाणु हथियार कार्यक्रमों के परीक्षणों पर रोक नहीं लगाता है।

    बातचीत के लिए उत्तर कोरिया को परमाणु परीक्षण छोड़ने को लेकर गंभीर होना होगा। पहले भी अमेरिका की तरफ से उत्तर कोरिया को बातचीत की पेशकश की जा चुकी है लेकिन उत्तर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण को छोडने के लिए तैयार ही नहीं है।

    वियना में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि उत्तर कोरिया अपनी सुरक्षा की गारंटी को लेकर अमेरिका के साथ वार्ता करना चाहता है। हम भी इस बात का समर्थन करते है और वार्ता के जरिए हम भाग लेकर विवाद को सुलझाने का काम करने को तैयार है।

    उत्तर कोरिया पर नहीं हो रहा कुछ असर

    इसके अलावा रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के राजनीतिक प्रमुख जेफरी फेल्टमैन ने भी उत्तर कोरिया का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने अमेरिका के प्रस्ताव को उत्तर कोरिया विदेश मंत्री के समक्ष भी रखा था।

    लेकिन अमेरिका ने इस बात से साफ तौर पर इंकार किया कि वाशिंगटन ने कोई भी प्रस्ताव जेफरी के जरिए नहीं भेजा है। दरअसल जेफरी एक अमरीकी है और पूर्व अमेरिकी राजनयिक रह चुके है।

    गौरतलब है कि उत्तर कोरिया लगातार परमाणु और मिसाइल परीक्षण कर रहा है। हाल ही में हवासोंग-15 नाम की नई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल को भी लॉन्च किया था।

    जिसके बाद दुनिया में दहशत फैल गई थी। इस मिसाइल के लॉन्च होने के बाद अमरीका और दक्षिण कोरिया ने संयुक्त अभ्यास तेज किया जिसमें सैकड़ों युद्धपोत शामिल है। उत्तर कोरिया ने इसे युद्ध के लिए उकसाने वाला बताया है।