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    अमेरिका दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया

    उत्तर कोरिया की तरफ से लगातार मिलती परमाणु धमकी के मद्देनजर इस बीच अमेरिकादक्षिण कोरिया ने बड़े पैमाने पर संयुक्त हवाई अभ्यास शुरू किया। दोनों देशों के बीच वायु सेना अभ्यास सोमवार से शुरू हो चुका है।

    पांच दिनों तक चलने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास में करीब 230 से अधिक युद्धपोतों व लगभग 12000 सैनिकों को शामिल किया गया है। वर्तमान में यह सबसे बड़ा संयुक्त वायु सेना का अभ्यास माना जा रहा है।

    इस अभ्यास में छह एफ -22 रैप्टर्स और छह एफ -35 एएएस भी तैनात किए गए है। दक्षिण कोरिया ने इस अभ्यास में एफ -15 के, केएफ -16, एफए -50 के अलावा दो बी-1बी लांसर बॉम्ब छह ईए -18 जी ग्रोलर इलेक्ट्रानिक युद्ध जेट और दर्जनों एफ -15 सी और एफ -16 लड़ाकू विमान भी तैनात किए गए है।

    दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक अमेरिका व दक्षिण कोरिया के संयुक्त वायु सेना अभ्यास से संचालन क्षमताओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी।

    साथ ही इस अभ्यास के दौरान उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों व मिसाइलों के खिलाफ नकली लक्ष्य स्थापित करने अपनी ताकत दिखाई जाएगी।

    अमेरिका परमाणु युद्ध के लिए उकसा रहा

    गौरतलब है कि अभी कुछ समय पहले ही उत्तर कोरिया ने हवासोंग-15 नाम की अत्याधुनिक बैलिस्टिक मिसाइल को लॉन्च किया था। जिसके बाद उत्तर कोरिया ने जश्न भी मनाया था।

    इससे पहले अमेरिका व दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने के लिए समुद्र में भी संयुक्त सैन्य अभ्यास के जरिए ताकत का प्रदर्शन किया था।

    हाल ही में उत्तर कोरिया ने कहा है कि इस संयुक्‍त सैन्‍य अभ्‍यास के जरिए उत्तर कोरिया को परमाणु युद्ध के लिए उकसाया जा रहा है।

    उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पांच दिवसीय चलने वाले संयुक्त सैन्‍य अभ्‍यास से परमाणु युद्ध के शुरू होने की संभावना है। इसके लिए मुख्य रूप से डोनाल्‍ड ट्रम्प प्रशासन को दोषी ठहराया गया।

    अमेरिकी सीनेटर ने अपने नागरिकों को दक्षिण कोरिया छोड़ने को कहा

    दक्षिण कैरोलिना राज्य की रिपब्लिकन अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने रविवार को कहा कि उत्तर कोरिया के साथ संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। सीनेटर के मुताबिक दक्षिण कोरिया में अमेरिकी सैन्य परिवारों के लिए देश छोड़ने का समय है क्योंकि उत्तर कोरिया के साथ संकट बढ़ रहा है।

    हालांकि इस बारे में अमेरिकी सरकार ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। साथ ही दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में अमेरिकी राजनियक को भी ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है। गौरतलब है कि इस समय बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिक भी दक्षिण कोरिया के साथ अभ्यास में लगे हुए है।