Sat. Nov 23rd, 2024
    उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन

    अमेरिका और उत्तर अमेरिका के मध्य सार्थक बातचीत के बाद पियोंगयांग ने परमाणु परिक्षण पर रोक लगाने पर सहमती जताई थी। उत्तर कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर वांशिगटन आर्थिक प्रतिबन्ध नहीं हटाता तो पियोंग्यंग परमाणु परिक्षण की नीति को दोबारा लागू करेगा।

    वर्षों पूर्व उत्तर कोरिया ने अपनी परमाणु शमता में विस्तार करने के लिए ब्युन्गिंज नीति बनाई थी। उत्तर कोरिया के विदेश विभाग ने बयान जारी कर कहा कि यदि अमेरिका प्रतिबंधो पर अपनी नीति नहीं बदलता, तो पियोंग्यंग अपनी पूर्व योजना पर लौट जायेगा। बयान के मुताबिक ब्युन्गिंज शब्द का इस्तेमाल उत्तर कोरिया दोबारा कर सकता है इसलिए अमेरिका प्रतिबंधो पर फिर से विचार करें।

    सिंगापुर में डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के शासक के मध्य हुई ऐतिहासिक बैठक में दोनों नेताओं ने पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता दिखाई थी। वांशिगटन ने पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण तक उत्तर कोरिया पर प्रतिबन्ध लगाये रखने की योजना बनाई है, जबकि उत्तर कोरियाई अमेरिका की इस मांग को लुटेरों की तरह मानता है।

    उत्तर कोरिया की बयान के मुताबिक संबंधो में सुधार और प्रतिबन्ध बेमेल है। वांशिगटन के आनाकानी करने के कारण उत्तर कोरिया ने अपनी भड़ास निकली है। पिछले माह उत्तर कोरिया की मीडिया ने अमेरिका की 1700 शब्दों में आलोचना की थी। मीडिया के मुताबिक अमेरिका दोगला गेम खेल रहा है और डोनाल्ड ट्रम्प के प्रतिबन्ध हटाने के वायदे से मुकर रहा है।

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन उत्तर कोरिया के साथ सभी मसलों को वार्ता से सुलझाने के पक्ष में रहे हैं। उन्होंने अमेरिका से अनुरोध किया कि उत्तर कोरिया पर लगाये सभी आर्थिक प्रतिबंधों को हटा दें। अमेरिकी राज्य सचिव ने शुक्रवार को कहा था कि जब तक उत्तर कोरिया पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की वादे को पूरा नहीं करता तब तक प्रतिबन्ध नहीं हटाये जायेंगे।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *