उततर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि अमेरिका के भविष्य के व्यवहार पर ही कोरियाई पेनिसुला में शान्ति और सुरक्षा आधारित होगी और साथ ही शत्रुता वापस लाने की धमकी दी है। किम ने पुतिन के साथ गुरूवार को वार्ता के दौरान यह बात कही थी। रूस ने भी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों में रिआयत देने में उत्तर कोरिया का साथ दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का फरवरी में किम के साथ दूसरा शिखर सम्मेलन बगैर किसी समझौते के खत्म हो गया था क्योंकि परमाणु हथियारों और प्रतिबंधों को हटाने के मामले में दोनों पक्षों की सहमति नहीं बन पायी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “समझौते पर पंहुचने के लिए काफी ज्यादा प्रगति की जरुरत है और पुतिन के समर्थन के लिए शुक्रिया कहा था।”
किम जोंग उन से मुलाकात के बाद व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि “पियोंगयांग के अपने परमाणु कार्यक्रम को त्यागने के लिए अमेरिका की सुरक्षा गारंटी पर्याप्त नहीं है। किसी भी अमेरिकी गारंटी को शायद अन्य देशों के समर्थन की जरुरत है जैसे परमाणु मसले पर पिछली छह तरीके की बातचीत हुई थी और इसमें रूस, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया और साथ ही अमेरिका और उत्तर कोरिया भी था।
फरवरी में हनोई मुलाकात इसलिए रद्द हो गयी थी क्योंकि अमेरिका ने परमाणु हथियारों को त्यागने की मनाग की थी जबकि उत्तर कोरिया ने प्रतिबंधों को आसान करने की मांग की थी। किम ने कहा कि वह इस वर्ष के अंत तक अमेरिका के अधिक लचीलेपन होने का इंतज़ार करेगा।
उत्तर कोरिया के नेता ने रुसी राष्ट्रपति से व्लादिवोस्टोक में मुलाकात की थी और उनकी कुछ तस्वीरें 25 अप्रैल को जारी की गयी थी। किम ने केसीएनए के हवाले से कहा कि “कोरियाई पेनिनसुला क्षेत्र क्षेत्र के हालात में ठहराव है और अब वह उस महत्वपूर्ण बिंदु पर पंहुच चुका है जहां वह पहली वाली स्थिति को अपना सकता है क्योंकि अमेरिका ने हनोई वार्ता में बदनीयत से एकतरफा व्यवहार अपनाया था।”
जापान में अमेरिका के राजदूत विलियम हगर्टी ने कहा कि “चीन और रूस दोनों से संपर्क बनाकर प्रतिबंधों से राहत पाना चाहता है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए इसे जारी रखना महत्वपूर्ण है। किम जोंग उन ने व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और इसका मतलब प्रतिबन्ध कार्य कर रहे हैं और प्रतिआबंधों ने उत्तर कोरिया के शासन पर अत्यधिक आर्थिक दबाव बनाया है और यह इससे समझौते करने के प्रयास का एक भाग है। इससे समज्झौते करने का सबसे आसान तरीका है कि वह निस्रास्त्रीकरण कर दे।”
सुरक्षा गारंटी
रूस और उत्तर कोरिया के नेता ने व्लादिवोस्तोक में मुलाकात की थी और दोनों पक्षों ने रणनीतिक समपर्क के प्रचार करने के तरीके और कोरियाई पेनिनसुला में शान्ति और सुरक्षा को लिए सामरिक सहयोग पर चर्चा की थी। पुतिन ने कहा कि “उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर समझौते तभी संभव है जब विश्वास को एक-एक कदम करके बढ़ाया जायेगा।”
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि “उन्हें अपनी सुरक्षा के बाबत गारंटी चाहिए, बस। हम सभी को एकजुट होकर सींचने की जरुरत है। ऐसी सुरक्षा अंतर्राष्ट्रीय, कानूनी होनी चाहिए और उत्तर कोरिया की सम्प्रभुता की जमानत देती हो।” रूस और उत्तर कोरिया ने सहयोग बढ़ाने के बाबत रज़ामंदी जाहिर की है और पुतिन ने उत्तर कोरिया के मुल्क की यात्रा करने के निर्णय को स्वीकार कर लिया है।