नरेन्द्र मोदी की महत्वकांशी उज्ज्वला योजना जिसके तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस (एलपीजी गैस) का कनेक्शन देती है, ने भारत के 90 प्रतिशत घरों तक अपनी पहुँच बना ली है। एलपीजी गैस कनेक्शन में 63 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है एवं यह पिछले 55 प्रतिशत से अब 90 प्रतिशत हो गया है एवं इसका पूरा श्रेय उज्ज्वला योजना को दिया जा रहा है।
जस्मिना खातून को मिला 6 करोड़वां कनेक्शन :
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को इस योजना के तहत दिल्ली के खानपुर क्षेत्र में शिव पार्क से जैस्मिना खातून को योजना के तहत 6 करोड़वें संख्या कनेक्शन के लिए कागजात सौंपे।इस अवसर पर नायडू ने कहा कि यह ‘संभवत: दुनिया का सबसे बड़ा गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम’ है।
समय से पहले प्राप्त किया लक्ष्य :
इस योजना को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 1 मई 2016 को शुरू किया गया था। इसके तहत मार्च 2019 तक 5 करोड़ गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन इस लक्ष्य की प्राप्ति पहली की जा चुकी है एवं समय बचा हुआ है।
अब लक्ष्य को किया गया विस्तृत :
लक्ष्य की प्राप्ती समय से पहले होने की वजह से अब लक्ष्य एवं समय सीमा को बढ़ा दिया गया है। अब इस योजना का लक्ष्य 2021 तक 8 करोड़ कनेक्शन करना रखा गया है। सरकार को विशवास है की जिस दर से यह बढ़ रहा ही की यह लक्ष्य भी समय सीमा से पहले ही हासिल हो जाएगा।
ज्यादातर कमजोर वर्ग हुए लाभान्वित :
भारत के प्रधान नरेन्द्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत 1 मई, 2016 को यूपी के बलिया क्षेत्र में की थी। 6 करोड़ कनेक्शन होना इसके लिए एक बड़ा मुकाम है। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि 45% लाभार्थी SC / ST और अन्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से आते हैं।
पिछले साल ही बढ़ाया गया दायरा :
सरकार ने पिछले महीने ही प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का दायरा बढ़ाते हुए सभी गरीब परिवारों को इसके दायरे में लाने का ऐलान किया था। इसके लिए पात्रता का दायरा पहले के 7 बिंदुओं से भी आगे बढ़ाया गया है। पिछले साल इसमें एससी, एसटी परिवारों, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों, अंत्योदय अन्न योजना और अति पिछड़ा वर्ग साहित सात श्रेणियों को शामिल किया गया थ
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बयान :
बुधवार को देश के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह तथ्य पेश किया की भारत में एलपीजी पेश किए जाने के बाद से 50 वर्षों में 13 करोड़ कनेक्शन जारी किए गए थे, जबकि पिछले 54 महीनों में सामान्य श्रेणी के अंतर्गत आने वालों के लिए किए गए थे। उन्होंने कहा कि लगभग 80% उज्ज्वला लाभार्थी सिलेंडर रिफिल भी करवा रहे हैं।