Thu. Dec 19th, 2024
    योगी आदित्यनाथ

    पिछले कुछ समय से चुनाव में ईवीएम का मुद्दा कुछ ज्यादा ही सुर्ख़ियों में रहता है। चुनाव की यह मशीन चुनाव से कम रोमांचक नहीं है। ईवीएम पर सभी पार्टियां आमने सामने है। जीतने वाली पार्टी को ना तो चुनाव में कोई गड़बड़ी नजर आती है और ना ही ईवीएम पर किसी तरह की शिकायत है लेकिन हारने वाली पार्टी को चुनाव से भी दिक्कत है और ईवीएम मशीनों से भी।

    अपनी जीत पर बीजेपी खुश है। पार्टी के अंदर और बाहर दोनों तरफ जश्न है लेकिन बीजेपी की खुशियों में विपक्ष, खास कर बसपा और सपा लगातार खलल डाल रही है। दोनों ही पार्टियां इस चुनाव को एक तरफा चुनाव बता रही है। पार्टियों का आरोप है कि बीजेपी यहां ईवीएम के कारण जीती है।

    बसपा सुप्रीमों का यह भी कहना है कि जहां जहां ईवीएम से चुनाव हुआ है वहां वहां बीजेपी की जीत हुई है लेकिन जहां पर भी निष्पक्ष चुनाव हुए है वहां पर बसपा को बढ़त मिली है। चुनाव में हारने के बाद लगातार मायावती मीडिया के सामने यह मुद्दा रख रही है। मायावती और विपक्ष के आरोपों को आज योगी ने कड़ा जवाब दिया है।

    योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह बात दुखद है कि “मंथन करने का बजाए सभी विपक्षी पार्टियां झूठे आरोपों का सहारा ले रही है ईवीएम पर संदेह करना बेबुनियाद है”, योगी ने यह भी कहा कि हमारी पार्टी से विपक्ष विचलित है। मायावती डरी हुई है इसलिए इस तरह के झूठ का सहारा ले रही है।

    मायावती पर बयानी हथौड़ा मारते हुए योगी ने कहा कि बसपा को अगर लगता है कि ईवीएम से छेड़छाड़ करके बीजेपी जीती है तो मेयरों से इस्तीफा दिलवाकर चुनाव बेलट पेपर से करवा ले। उन्होने कहा कि हम बेलट पेपर से चुनाव कराने को भी तैयार है अगर मायावती अलीगढ़ और मेरठ के नवनिर्वाचित मेयरों से इस्तीफा दिलवा दे।

    गौरतलब है कि कुछ इसी तरह की बात केशव प्रसाद मौर्य भी बसपा को बोल चुके है। उन्होने विपक्ष को आड़े हाथो लेते हुए कहा था कि“सपा बसपा कांग्रेस को यदि ईवीएम में गड़बड़ी लगती है तो उन्हें मेरठ और अलीगढ़ के मेयरोंऔर अन्य नगर निगमों में जीते पार्षदों से इस्तीफा दिलवाकर के बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करनी चाहिए ईवीएम पर सवाल संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग का अपमान और जनादेश का अनादर है”

    योगी ने बसपा को घेरते हुए सवाल किया कि जो पार्टी मेरठ और अलीगढ में ईवीएम के सहारे जीती है वही आज मशीन पर कैसे सवाल खड़े कर रही है। बड़ी अजीब बात है कि जब बसपा ईवीएम से जीतती है तो मशीन सही होता है लेकिन हम जीतते है तो मशीन खराब होता है।