Thu. May 9th, 2024
    सऊदी पर हमला

    सऊदी अरब के आला अधिकारी ने कहा कि “अगर बीते हफ्ते सऊदी अरब की तेल कंपनियों पर हमले ईरानी सरजमीं से हुए होंगे तो सलतनत इसे जंग का ऐलान समझेंगी लेकिन मौजूदा समय में रियाद इसका शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। हम ईरान को जिम्मेवार मानते है क्योंकि सऊदी से दागे गए मिसाइल और ड्रोन ईरानी निर्मित और ईरान द्वारा डिलीवर किये गए है।”

    ईरान-सऊदी अरब की जंग

    सऊदी अरब के राज्य विदेश मंत्री आदेल अल जुबैर ने शनिवार को कहा कि “इस मामले में अपनी सरजमीं से एक हमले को अंजाम दिया होगा तो यह इसे अलग तरीके के वर्ग में रखा जायेगा, इस पर युद्ध के ऐलान के तौर पर विचार किया जायेगा।”

    जुबैर ने पत्रकारों से कहा कि “रियाद आरोपों के परिणाम का इन्तजार कर रहा था। उन्होंने इसमें अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। 14 सितम्बर के हमले ने सऊदी के तेल उत्पादन में 50 फीसदी की कमी की थी।

    यमन के हौथी विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। वांशिगटन ने इसका आरोप तेहरान पर लगाया था लेकिन ईरान ने इन आरोपों को ख़ारिज किया था। जुबैर ने कहा कि “अगर वह इस मार्ग पर चलना जारी रखेंगे तो वह सैन्य कार्रवाई की संभावनाओं को बढ़ा देंगे। कोई भी जंग नहीं चाहता। सभी इसका शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं और इस परिणाम का अंत ईरान की आक्रमक नीतियों के साथ खत्म करना चाहते हैं।”

    जुबैर ने कहा कि “ईरान के साथ मनौती कार्य नहीं करती है। उदहारण के लिए सामानांतर वित्तीय पेमेंट प्रणाली की स्थापना महौती है। उन्हें लाइन ऑफ़ क्रेडिट देने की कोशिश करना मनौती है। यह सिर्फ उन्हें प्रोत्साहित करेगा। ईरान को यह मालूम होना चाहिए कि उनकी कार्रवाई के परिणाम होंगे।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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