ईरान (Iran) ने अपने खाड़ी दुश्मन सऊदी अरब (Saudi Arabia) पर सैन्यवादी, संकट पर आधारित नजरिये को अपनाने का आरोप लगाया है। रियाद ने हाल ही में आरोप लगाया था कि ओमान की खाड़ी पर टैंकरों पर हुए हमले के पीछे ईरान का हाथ है। ईरानी विदेश मंत्रालय का बयान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की टिप्पणी के बाद आया है।
अल जजीरा के मुताबिक अरबी भाषा वाले अखबार अशरक़ अल अवसात से प्रिंस मोहम्मद ने कहा कि “ईरान ने बीते हफ्ते जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की की यात्रा और क्षेत्रीय तनावों को कम करने के कूटनीतिक प्रयासों का असम्मान किया था।” हालाँकि क्राउन प्रिंस ने अपने आरोपों का कोई सबूत मुहैया नहीं किया है।
प्रिंस मोहम्मद ने कहा कि “समस्या तेहरान में ही है और कही नहीं है। ईरान हमेशा वह पक्ष रहा है जो क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाता है, आतंकी हमलो को अंजाम देता है और या तो सीधे या चरमपंथियों के जरिये आपराधिक हमलो को अंजाम देता है।”
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सऊदी अरब के दावों का समर्थन किया है, लेकिन टैंकर हमले पर ईरान ने खुद बेकसूर बताया है। उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिका इस्मालिक गणराज्य पर दबाव बढ़ाने के लिए कर रहा है। सोमवार को ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने बताया कि क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की जिम्मेदार रियाद क गलत नीतियां है। जिससे क्षेत्र में तेल की कीमते और संघर्ष के बाबत चिंताएं बढ़ी हैं।
मौसवी ने कहा कि “सलमान के ईरान के खिलाफ आरोप रियाद के भटकाने वाले दृष्टिकोण की निरंतरता के कारण है और अपनी ही गलत नीतियों से उपजी समस्याओं के भागने की कोशिश है। सऊदी अरब अपनी जनता की संपत्ति से लबालब हैं और अपनी अपर्याप्त समझ के साथ क्षेत्र के देशों के प्रति सैन्यवादी और संकट पर आधारित नजरिया अपना रहे हैं।”
मौसवी ने कहा कि सऊदी अरब को क्षेत्र के आयामो के बाबत पर्याप्त समझ नही है और सैन्यकरण पर आधारित दृष्टिकोण का पालन कर रहा है और क्षेत्र में संकट और तनाव का बढ़ा रहा है।