Sat. Nov 23rd, 2024
    हसन रूहानी

    रत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों विदेश दौरे पर गए हुए है। मोदी सरकार विदेशी देशों के साथ मजबूत संबंध बनाना चाहती है। भारत में इजरायल के प्रधानमंत्री के बाद अब ईरान के राष्ट्रपति तीन दिवसीय दौरे के दौरान आ सकते है। ईरानी मीडिया ने सोमवार को बताया कि ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भारत के दौरे पर रहेंगे। गुरूवार को रूहानी भारत दौरे के लिए आ सकते है।

    इस दौरान दोनो देशों के बीच में “नवीनतम क्षेत्रीय और वैश्विक विकास” पर चर्चा होगी। हसन रूहानी व पीएम मोदी के बीच में द्विपक्षीय वार्ता भी हो सकती है। समाचार एजेंसी आईएसएनए के मुताबिक उन्हें पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही आमंत्रित किया था।

    भारत व ईरान के बीच में काफी समय से मजबूत संबंध बने हुए है। चाबहार बंदरगाह के उद्घाटन के बाद तो दोनो देशों के बीच में व्यापारिक रिश्ते काफी मजबूत हुए है। चाबहार बंदरगाह के जरिए भारत वित्तीय निवेश बडी मात्रा में कर रहा है।

    हाल ही में दक्षिण पूर्वी ईरान में चाबहार बंदरगाह का उद्घाटन दिसंबर में हुआ था। ईरान के चाबहार बंदरगाह के जरिए भारत व अफगानिस्तान के बीच व्यापार संभव हो सकेगा।

    पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को चुनौती देने के लिए ईरान का चाबहार बंदरगाह विकसित हुआ है। ग्वादर बंदरगाह पर जहां चीन निवेश कर रहा है वहीं चाबहार बंदरगाह पर भारत निवेश कर रहा है।

    ईरान के तेल और गैस का एक महत्वपूर्ण खरीददार भारत रहा है। दोनों के बीच में प्रमुख व्यापारिक संबंध बने हुए है। भारत मार्च 2017 में ईरान से अपने तेल के आयात को कम करने पर विचार कर रहा था। भारत ईरान के जरिए अब अन्य देशों से भी तेल का आयात कर रहा है।