ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने कहा कि ईरान की मिसाइलों की मारक क्षमता को बढाने की कोई मंशा नहीं है, लेकिन यथार्थता को सुधारने के लिए सॅटॅलाइट पर कार्य जारी रहेगा। ईरान के वरिष्ठ नेता अयातुल्ला अली खामेनी के करीबी अली शमखानी ने कहा कि “ईरान पर अपनी मिसाइल की मारक क्षमता को बढाने के लिए कोई वैज्ञानिक और परिचालन पाबन्दी नहीं है लेकिन अपने रक्षात्मक सिद्धांत के आधार पर वह मिसाइल की शुद्धता को बढाने के लिए कार्य करते रहेंगे। ईरान की मारक क्षमता को बढाने की कोई मंशा नहीं है।”
ईरान के रक्षा मामलों के मंत्री ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्र की मिसाइल क्षमता पर बातचीत नहीं की जा सकती है। उन्होंने यूरोपीय देशों और अमेरिका के मिसाइल तकनीक को नियंत्रित करने के बयान को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि “दुश्मन कहते हैं कि ईरान की ताकत को खत्म कर देना चाहिए, लेकिन हमने भी बार बार दोहराया है कि हमारी मिसाइल क्षमता पर बातचीत मुमकिन नहीं है।”
ईरान ने अपनी नौसेना की गतिविधियों को अमेरिका के नजदीकी इलाकों में बढाने का फैसला लिया है। ईरान के मुताबिक खाड़ी में अमेरिकी एयरक्राफ्ट की तैनाती चिंता का विषय है और कहा कि अब उनकी नौसेना इसकी प्रतिक्रिया के लिए अमेरिका के नजदीक समुंद्री इलाकों में अपने परचम लहराएगी। सैन्य अधिकारी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय जल में अपनी उपस्थिति में वृद्धि के लिए ईरानी सेना का मकसद अपने कमांडर इन चीफ अयातुल्ला अली खामेनी की आदेशों का पालन करना है। उन्होंने कहा कि ईरानी ध्यज को फहराना, ईरान से भय को विफल करना और शिपिंग मार्गों को सुरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है।