ब्रिटेन ने सोमवार को ईरान को चेतावनी दी कि “उन्हें अंतरराष्ट्रीय नियमो का पालन करना चाहिए और ब्रितानी जहाज को मुक्त कर देना चाहिए।” इस्लामिक गणराज्य ने खाड़ी से ब्रिटेन के जहाज को प्रतिकार में गिरफ्तार कर लिया था। विदेश सचिव डोमिनिक राब ने इस विचार को ख़ारिज कर दिया था।
टैंकर अदला-बदली विवाद
उन्होंने कहा कि “वह ब्रिटेन के जहाज को ईरान के टैंकर के बदले रिहा नहीं कर सकते हैं। यह किसी प्रकार का कोई वस्तु विनिमय नहीं है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के बाबत है और अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रणाली के नियम है और हम यही करने का आग्रह करेंगे।”
ईरान और ब्रिटेन के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। ईरान के कमांडो ने ब्रितानी तेल टैंकर को इस महीने की शुरुआत में जब्त कर लिया था। इससे पूर्व गिब्राल्टर के नजदीक ब्रितानी सेना ने ईरान तेल टैंकर को नियंत्रण में ले लिया था, इस जहाज पर सीरिया में तेल निर्यात कर प्रतिबंधो का उल्लंघन करने का शक था।
ईरान ने रविवार को कहा कि “ब्रिटेन द्वारा ईरानी तेल टैंकर को जब्त करने को हम साल 2015 की परमाणु संधि का उल्लंघन मानते हैं।” पर्शियन गल्फ में ब्रिटेन और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है और ईरान ने संकेत दिया कि वह ब्रिटेन के साथ टैंकर अदला बदली के लिए तैयार है।
ईरान ने मई में कहा कि “वह परमाणु संधि में तय अपने परमाणु कार्यक्रम की कुछ सीमाओं का उल्लंघन करेंगे और अगर यूरोपीय राष्ट्रों ने इस संधि को बचाने और अमेरिकी प्रतिबंधो को हटाने में मदद नहीं की तो ईरान ने मजीद कार्रवाई की धमकी दी है।”
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने ट्वीट कर कहा कि “मैं अपने पूर्व समकक्षी बोरिस जॉनसन को ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री बनने की बधाई देता हूँ। ईरान संघर्ष नहीं चाहता है लेकिन हमारे पास पर्शियन गल्फ में 1500 मील की तटीय रेखा है। यह हमारा जल क्षेत्र है और हम इसका संरक्षण करेंगे।”