ब्रिटेन में ईरान के राजदूत ने रविवार को लंदन से घरेलू राजनीतिक ताकत को नियंत्रित कर लेने का आग्रह किया है जो दोनों देशों के बीच तनाव को गहरा करने चाहते हैं। ईरान द्वारा ब्रिटेन के ध्वज वाले जहाज को जब्त करने दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
ईरान-ब्रिटेन तनाव
हमीद बाइदिनेजाड ने ट्वीट किया कि “ब्रिटेन की सरकार को उन घरेलू राजनीतिक ताकतों को नियंत्रित करना चाहिए जो मौजूदा तनाव को बढ़ाना है और ब्रिटेन को जहाजों के मामले से दूर करना चाहते हैं। क्षेत्र में ऐसे संवेदनशील वक्त के दौरान यह बेहद बेहद खतरनाक और बेवकूफी है।”
UK government should contain those domestic political forces who want to escalate existing tension between Iran and the UK well beyond the issue of ships. This is quite dangerous and unwise at a sensitive time in the region. Iran however is firm and ready for different scenarios.
— Hamid Baeidinejad (@baeidinejad) July 21, 2019
उन्होंने कहा कि “बहरहाल, ईरान विभिन्न परिदृश्यों के लिए दृढ़ और तैयार है।” ईरान रेवोलूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने शुक्रवार को होर्मुज के जलमार्ह पर उन्होंने ब्रितानी तेल टैंकर को जब्त कर लिया था क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय जल नियमों का उल्लंघन कर रहा था।
होर्मुज विष के लिए एक बेहद संवेदनशील जल क्षेत्र है और इसमें तनाव बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन के मुताबिक, ईरान ने खाड़ी में दो जहाजों को जब्त किया है। विदेश सचिव जेरेमी हंट ने इस वाक़िआ को पूरी तरह अस्वीकार बताकर आलोचना की है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को दावा किया कि उनकी वायुसेना ने ईरान के ड्रोन को मार गिराया है, वह होर्मुज के जलमार्ग पर अमेरिकी जहाज को परेशान कर रहा था। हालाँकि तेहरान ने इस दावे का खंडन किया है।
शनिवार को ईरानी सेना ने ऑनलाइन एक वीडियो को पोस्ट किया था जिसमे स्पीडबोट ब्रिटेन के जहाज स्टेन इम्पेरो को खींच रहे थे, इसका जहाज का नाम स्पष्ट दिखाई दे रहा था। सैनिको ने नकाब पहन रखे है और उनके पास मशीन गन है। यही तकनीक ब्रिटेन के रॉयल मरीन्स ने ईरानी टैंकर को जब्त करने के दौरान इस्तेमाल की थी।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बयान में कहा कि “वह मध्य पूर्व के मत्वपूर्ण जलमार्ग पर सुरक्षा और निगरानी को बढाने के लिए बहुराष्ट्रीय समुंद्री प्रयासों को विकसित कर रहा है ताकि अरब खाड़ी इलाको में नौचालन की आज़ादी को सुनिश्चित किया जा सके।”