Thu. Dec 26th, 2024
    oil_tanker

    तेहरान, 11 जुलाई (आईएएनएस)| ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) ने ईरान की खाड़ी क्षेत्र में एक ब्रिटिश तेल टैंकर को रोकने की कोशिश के दावे से गुरुवार को इंकार किया। आईआरजीसी नौसेना विभाग के पांचवें नेवल जोन जनसंपर्क के एक बयान का जिक्र करते हुए सरकारी प्रेस टीवी ने बताया, “आईआरजीसी के नौसैनिक पोत की गश्ती ईरान की खाड़ी में चल रही है जोकि उनको वर्तमान प्रक्रिया और मिशन द्वारा सौंपे गए निगरानी कार्य के तहत चल रही है।”

    बयान के अनुसार, “पिछले 24 घंटों के दौरान ब्रिटिश पोत समेत किसी भी विदेशी जहाज को नहीं रोका गया है।”

    बयान में आगे कहा गया कि आईआरजीसी नौसेना के पांचवें जोन को क्षेत्र में किसी भी विदेशी जहाज पर निर्णायक ढंग से त्वरित कार्रवाई करने और उसे जब्त करने का अधिकार है।

    समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, आईआरजीसी के इस बयान से पहले ब्रिटेन और अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि द ब्रिटिश हेरिटेज नामक ब्रिटिश पोत फारस की खाड़ी से जा रहा था तभी ईरानी नौकाओं ने उसे स्ट्रेट ऑफ होर्मुज जाने से रोका और पोत एचएमएस मोंट्रज को हस्तक्षेप करने को बाध्य किया।

    इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय कानून के विरुद्ध तीन ईरानी पोतों ने वाणिज्यिक पोत ब्रिटिश हेरिटेज को स्ट्रेट ऑफ होर्मुज से होकर गुजरते समय उसका रास्ता रोकने की कोशिश की।”

    उन्होंने कहा, “एचएमएस मोंट्रज को ईरानी पोतों और ब्रिटिश हेरिटेज के बीच खुद को लाने के लिए बाध्य होना पड़ा और उसके द्वारा ईरानी पोतों को मौखिक चेतावनी दी गई।”

    उन्होंने कहा, “हम इस कार्य से चिंतित हैं और ईरान के अधिकारियों से क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए आग्रह करते हैं।”

    ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने भी इन आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने गुरुवार को कहा कि वे सिर्फ तनाव पैदा करना चाहते हैं।

    उन्होंने कहा कि ऐसे दावे करने वाले अपनी कमजोरी छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि यह साफ है कि ब्रिटिश टैंकर पास कर गया है और उन्होंने जो कुछ कहा है और दावे किए गए हैं वह तनाव पैदा करने के लिए है, जबकि इन दावों का कोई महत्व नहीं है।

    इससे पहले 20 जून को ईरान ने एक अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया था। तेहरान के अनुसार, ड्रोन ने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था।

    उधर, ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को कहा कि यूके ने स्ट्रेट ऑफ जिब्राल्टर में ईरानी टैंकर को रोकने के बाद सागरों में असुरक्षा पैदा की है।

    उन्होंने कहा, “आप असुरक्षा पैदा करने की शुरुआत करने वाले हैं और आप इसका अंजाम जानते हैं।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *