इजराइल (Israel) के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने सोमवार को कहा कि “उनका मुल्क अपने चिर प्रतिद्वंदी ईरान (Iran) को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए कुछ भी करेगा।” उन्होंने कहा कि “इजराइल ईरान को अनुमति नहीं देगा, जो हमारा विनाश करने को कहता है, जो हमारी सीमा में घुसना चाहता है हम उसे परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए सब कुछ करेंगे।”
वह मॉस्को की शक्तिशाली सुरक्षा परिषद् के प्रमुख निकोलाई पतृसेव के साथ बोल रहे थे। खाड़ी में तेहरान और वांशिगटन के बीच तनावपूर्ण माहौल जारी है। पड़ोसी मुल्क सीरिया में ईरान की सेना को स्थापित होने से रोकने के लिए इजराइल निरंतर हमलो को अंजाम देगा।
सीरिया में ईरान और रूस दोनों ही राष्ट्रपति बशर अल असद का समर्थन करते हैं। इजराइल की सरकार ने संकल्प लिया है कि ईरान को कभी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे क्योंकि उनका निशाना इजराइल ही होगा। ईरान ने कहा कि उनका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से नागरिक उद्देश्य से हैं।
नेतन्याहू ने लम्बे समय से साल 2015 में ईरान और वैश्विक ताकतों के बीच हुई संधि के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था। इस संधि से ट्रम्प प्रशासन ने अमेरिका को अलग कर लिया था।
पतृसेव ने अपने बयान में प्रत्यक्ष रूप से इस्लामिक स्टेट का नाम नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि “हम इजराइल की सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देंगे। इस मामले को हल करने के लिए क्षेत्र में शांति और स्थिरता को लेकर आने की जरुरत है, इसमें सीरियन क्षेत्र भी शामिल है।
हाल ही में बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की मेहमाननवाज़ी की थी, जिन्होंने इजराइल के पीएम के ईरान पर सख्त रवैये को साझा किया था। बोल्टन मंगलवार को इजराइल के समकक्षी मेयर बेन शब्बत के साथ रुसी महासचिव से मुलाकात करेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि अमेरिका ने ईरान पर अतिरिक्त प्रतिबंधों को थोप दिया है। रूस ने सोमवार को ईरान पर अमेरिका के नए प्रतिबंधों को गैर कानूनी करार दिया था और अमेरिका द्वारा ईरान के खिलाफ बल के इस्तेमाल पर त्रासदी की चेतावनी दी थी।