ईरान (iran) ने अमेरिका (america) के निगरानी ड्रोन को गुरूवार को मार गिराया था और इसके बाद क्षेत्रीय तनाव चरम पर है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने दावा किया कि उन्होंने ईरान पर जवाबी कार्रवाई से 10 मिनट पहले ही हमले को रोक दिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्ववीट कर यह जानकारी दी थी।
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि “सोमवार को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र पर उड़ान भर रहे हमारे मानवरहित ड्रोन को मार गिराया था। हम तीन विभिन्न तरफ से प्रतिकारी जंग के लिए बीती रात तैयार थे। तभी मैंने पूछा कि इसमें कितने लोगो की मौत होगी तो जनरल ने जवाब दिया कि 150 लोगो की सर। हमले से 10 मिनट पहले ही मैंने इसे रोक दिया था।”
उन्होंने कहा कि “मैं किसी जल्दबाज़ी में नहीं हूँ। हमारी सेना पुनर्निर्मित, नयी और तैयार है और यह विश्व की सबसे बेहतरीन सेना है। प्रतिबन्ध उन्हें काट रहे हैं और बीती रात मजीद लगा दिए गए हैं। ईरान के पास कभी परमाणु हथियार नहीं हो सकते हैं, न ही अमेरिका और न विश्व के खिलाफ कुछ कर सकता है।”
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुरुआत में ईरान पर मिसाइल और रडार से हमले को मंज़ूरी दे दी थी। इस निर्णय को अमेरिका के राष्ट्रपति के आला सरक्षा अधिकारीयों और कांग्रेस के नेताओं के बीच गहन चर्चा के लिए लिया गया था।
अभियान शुरूआती चरण में था, जहाज अपनी पोजीशन ले चुके थे और विमान हवा में थे लेकिन गुरूवार को रात में अचानक इस निर्णय को वापस ले लिया गया था। ईरान की रेवोलूशनरी गार्ड्स ने अमेरिका के जासूसी ड्रोन को मार गिराया था।
वांशिगटन ने इस कदम को भड़काऊ हम करार दिया था और कहा कि जब ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जल के ऊपर उड़ान भर रहा था तब उसे गिराया गया था। अमेरिका ने अपने दावे की पुष्टि के लिए एक तस्वीर जारी की थी जिसमे ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जल के ऊपर उड़ान भरता दिख रहा है।