अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि “ईरान के साथ समझौता करना मेरे लिए मुश्किल होता जा रहा है और कहा कि इन हालातो को बेहद आसानी से काबू किया जा सकता है।” ट्रम्प ने पत्रकारों से व्हाइट हाउस में तेहरान और पश्चिमी ताकतों के बीच तनाव काफी बढ़ने की बात कही थी।
ईरान ने सोमवार को शुरुआत में कहा कि “उन्होंने अमेरिका के 17 जासूसों को गिरफ्तार किया है और कुछ को मौत की सज़ा दी है। लेकिन ट्रम्प ने इन रिपोर्ट को ख़ारिज किया है। अमेरिका ने ईरान की परमाणु संधि से नाता तोड़ दिया था और मई 2018 में ईरान पर सभी प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था।
राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि “सीआईए के जासूसों को गिरफ्तार करने की रिपोर्ट सरासर गलत है। झूठ और प्रोपोगेन्डा को धार्मिक शासन ने अपनाया था, यह बुरी तरफ विफल हुआ था और अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए। उनकी अर्थव्यवस्था मर चुकी है और यह अधिक भयावह हो जाएगी। ईरान पूरी तरफ गड़बड़ है।”
ट्रम्प ने कहा कि यह समझौता पर्याप्त नहीं है। ईरान ने जब्त हुए तेल टैंकर की विडियो को जारी किया था। ईरान की सेना ने शुक्रवार को होर्मुज़ के बंदरगाह पर ब्रिटेन के जहाज को जब्त कर लिया था। ट्रम्प ने सार्वजानिक स्तर पर कहा कि वह ईरान के नेताओं के साथ परमाणु और अपने सुरक्षा मसलो पर बातचीत को तैयार है। लेकिन तेहरान ने कहा कि “जब तक अमेरिका के प्रतिबन्ध लागू रहेंगे, अमेरिका के साथ ईरान कोई बातचीत नहीं करेगा।”
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने ट्वीट कर कहा कि “मैं अपने पूर्व समकक्षी बोरिस जॉनसन को ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री बनने की बधाई देता हूँ। ईरान संघर्ष नहीं चाहता है लेकिन हमारे पास पर्शियन गल्फ में 1500 मील की तटीय रेखा है। यह हमारा जल क्षेत्र है और हम इसका संरक्षण करेंगे।”