अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को ईरान के दावे को खारिज किया है। ईरान ने दावा किया था कि उन्होंने अमेरिका के ख़ुफ़िया विभाग सीआईए के 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और अमेरिकी जासूसी के मायाजाल का खुलासा किया है।
राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि “सीआईए के जासूसों को गिरफ्तार करने की रिपोर्ट सरासर गलत है। झूठ और प्रोपोगेन्डा को धार्मिक शासन ने अपनाया था, यह बुरी तरफ विफल हुआ था और अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए। उनकी अर्थव्यवस्था मर चुकी है और यह अधिक भयावह हो जाएगी। ईरान पूरी तरफ गड़बड़ है।”
शुरुआत में ईरान के ख़ुफ़िया विभाग ने कबूल किया था कि कुछ सीआईए के जासूसों को मौत की सजा दी गयी है। दस्तावेज के मुताबिक, इस जासूसी की शुरुआत ख़ुफ़िया विभागों सहित कई महत्वपूर्ण विभागों से सूचना को एकत्रित करने के लिए शुरू हुई थी।”
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है और दोनों देशों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। वांशिगटन ने बीते वर्ष ईरान के साथ हुई परमाणु संधि से खुद को बाहर कर लिया था। तेहरान पर सबही आर्थिक और बैंकिंग प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था।
हाल ही में तेहरान ने नेक ब्रितानी जहाज को जब्त कर लिया था और आरोप लगाया कि वह अंतरराष्ट्रीय नियमो का उल्लंघन कर रहा था। ब्रिटेन ने तेहरान से उनके जहाज को तत्काल रिहा करने की मांग की थी और तेहरान को भयावह कार्रवाई की धमकी दी थी।
मंत्रालय के बताया गया कि “यह पहचाने गए जासूस असंवेदनशील और महत्वपूर्ण निजी केन्द्रों में कार्यरत थे, यह अर्थव्यवस्था, परमाणु, ढांचागत, सैन्य और साइबर इलाको से जुड़े थे, जहां से वह महत्वपूर्ण सूचना को एकत्रित कर रहे थे।”