चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने ईरान (iran) के राष्ट्रपति हसन रूहानी (Hassan Rouhani) से शुक्रवार को कहा कि “वह तेहरान के साथ स्थिर संबंधों का प्रचार करेंगे, हालातों में परिवर्तन से कोई फर्क नहीं पड़ता है।” आधिकारिक सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, शी जिनपिंग ने यह बयान एससीओ बैठक के इतर हसन रूहानी से मुलाकात के दौरान कही थी।
संघाई सहयोग संघठन की बैठक का आयोजन किर्ग़िज़स्तान की राजधानी बिश्केक में हो रहा है। गुरूवार को ओमान की खाड़ी में दो टैंकरों पर हमला हुआ था और इसका जिम्मेदार अमेरिका ने ईरान को ठहराया था। इस हमले के वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में उछाल आया है।
इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच नए संघर्ष की शुरुआत हो गयी है हालाँकि तेहरान ने इन आरोपों से इंकार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से बैठक के इतर मुलाकात की थी।
ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका की सरकार बीते दो वर्षों से सभी अंतरराष्ट्रीय ढांचों और नियमो का उल्लंघन कर रही है। अमेरिका अपनी अर्थव्यवस्था, वित्त और सैन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर आक्रमक दृष्टिकोण अपना रहा है और वह मौजूदा समय में क्षेत्र और विश्व के लिए खतरा बना हुआ है।”
संयुक्त अरब अमीरात ने शुक्रवार को कहा कि “ओमान के समुन्द्र में दो टैंकरों पर हमला और कुछ हफ्तों पूर्व ही यूएई के तट पर चार जहाजों पर हमला खतरनाक तनाव में वृद्धि का संकेत है।” ईरान और अमेरिका के बीच तनाव में वृद्धि को कम करने के लिए जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ईरान की यात्रा पर गए थे। हालाँकि ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खेमनेई ने बातचीत से साफ़ इंकार कर दिया था।