ईरान ने रविवार को अपने दुश्मनों को जवाब देने के लिए क्रूज मिसाइल युक्त पनडुब्बी को लांच किया है। इस नयी प्रणाली से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ सकता है। इस समारोह का आयोजन बांदर अब्बास के दक्षिणी तटीय शहर में किया गया था, जिसमें राष्ट्रपति हसन रूहानी भी शरीक हुए थे।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “आज इस्मालिक गणराज्य ईरान जमीन, वायु और समुन्द्र में आत्मनिर्भर है। हमारी रक्षात्मक ताकत अपने हितों की रक्षा के लिए है और हमारा मकसद किसी देश पर हमला करना नहीं है।” ख़बरों के मुताबिक यह पनडुब्बी ईरान की पहली अर्ध-भार वर्ग की है।
खबर के मुताबिक इस पनडुब्बी को समुन्द्र की गहराई के 200 मीटर नीचे 35 दिनों से अधिक तक संचालित किया जा सकता है। अमेरिका ने साल 2015 में ईरान के साथ हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था और बीते वर्ष ईरान पर सभी प्रतिबन्ध दोबारा लागू कर दिए थे।
ईरानी रेवोलूशनरी गार्ड्स में 7 फरवरी को 1000 किलोमीटर मारक क्षमता की बैलिस्टिक मिसाइल का खुलासा किया था। डेज़फुल, सरफेस टू सरफेस मिसाइल को पुराने मॉडल ज़ुल्फाग़र को अपग्रेड कर निर्मित किया गया था, जिसकी रेंज 700 किलोमीटर थी।
हसन रूहानी ने रविवार को कहा कि “दुश्मनों का दबाव, ईरान-इराक युद्ध और प्रतिबंधों ने हमे मज़बूर किया है कि ईरान को रक्षा क्षेत्र में अब आत्मनिर्भर बनना चाहिए।” उन्होंने कहा कि “अगर ईरान अपनी जरुरत की रक्षा प्रणालियों को सिर्फ खरीदता रहेगा, तो हम अपने रक्षा क्षेत्र में कभी विस्तार करने के बाबत नहीं सोच पाएंगे।” ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारीयों और कैबिनेट मंत्रियों ने इस समारोह में शिरकत की थी।