पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि “अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और सऊदी अरब ने उनसे मध्य पूर्व में तनाव को कम करने के लिए मध्यस्थता के बाबत पूछा था।” खान ने ट्रम्प और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने यूएन के 74 वें सत्र के इतर मुलाकात की थी। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रियाद में उनसे मुलाकात की थी।
इमरान खान करेंगे मध्यस्थता
उन्होंने कहा कि “ट्रम्प ने मुझसे पूछा था कि अगर स्थिति में तनाव को कम सकते थे और शायद एक अन्य समझौते के साथ आ सकते हैं। हाँ हम इसे कर सकते थे और हाँ हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देंगे। कल मैंने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ मुलाकात के बाद तत्काल राष्ट्रपति रूहानी से बातचीत की थी। मैं कुछ नहीं कह सकता लेकिन अभी हम कोशिश कर रहे हैं और मध्यस्थता करेंगे।”
फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन ने मंगलवार को कहा कि “अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और ईरानी समकक्षी हसन रूहानी के बीच न्यूयोर्क में मुलाकात के लिए कई शर्ते रखी गयी है।” यह बयान तब आया जब ट्रम्प और रूहानी ने कुछ दिनों पूर्व आमने-सामने बातचीत की संभावनाओं को रद्द कर दिया था
मैक्रॉन ने कहा कि “द्विपक्षीय मुलाकात के आयोजन दोनों नेताओं के नियंत्रण में हैं, वे आगे की तरफ बढ़ना चाहते हैं।” 16 सितम्बर को ईरान ने कहा कि राष्ट्रपति हसन रूहानी यूएन में अमेरिका के समकक्षी के सतह मुलाकात नहीं कर रहे हैं। 18 सितम्बर को ट्रम्प ने कहा कि “मैं उनसे मुलाकात की तरफ देख रहा हूँ। मैं नहीं सोचता हूँ कि वे अभी तक तैयार है लेकिन वे तैयार हो जायेंगे। मैंने किसी बात को खारिज नहीं किया लेकिन मैं उनसे न मिलने को तरजीह दूंगा।”
ईरानी अधिकारियो ने मुलाकात के प्रस्ताव को ठुकराने और संभावित वार्ता न करने की बात को दोहराया है। तेहरान पर अभी भी अमेरिका के प्रतिबंध जारी है। डोनाल्ड ट्रम्प ने साल 2015 की ऐतिहासिक संधि से नाता बीते वर्ष तोड़ दिया था।