ईरान के विदेश मंत्री ने अमेरिका को सोमवार को चेतावनी दी कि “तेहरान के खिलाफ आर्थिक जंग की शुरुआत के बाद वह सुरक्षित रहने की उम्मीद नहीं कर सकता है।” जर्मनी के वरिष्ठ कूटनीतिज्ञ की तनाव कम करने के लिए यात्रा के दौरान यह सख्त बयान जारी किया गया है।
गार्डियन के मुताबिक जावेद जरीफ ने कहा की “ट्रम्प ने खुद इस बात का ऐलान किया कि ईरान के खिलाफ अमेरिका आर्थिक जंग की शुरुआत कर रहा है। क्षेत्र में तनाव को कम करने का एकमात्र समाधान आर्थिक जंग को रोकना है। जो भी हमारे साथ जंग की शुरुआत करेगा, वो इसे खत्म करने की स्थिति में नहीं होगा।”
जर्मनी के विदेश मंत्री हैको मॉस ने अपने देश और अन्य यूरोपीय देशों से परमाणु संधि की सुरक्षा करने के लिए कोई मार्ग ढूंढने का आग्रह किया है। आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले ईरान ने यूरेनियम के समृद्धता को सीमित कर दिया है लेकिन वह जानते हैं कि इसकी भी हद होती है।
मॉस ने कहा कि “हम चमत्कार करने के काबिल नहीं है लेकिन इस असफलता से बचाव के लिए हम अपना शत प्रतिशत देंगे।” ईरान ने यूरोप को इस संधि को बचाने के लिए 7 जुलाई तक की समयसीमा दी है। ईरान ने धमकी दी है कि वह यूरेनियम समृद्ध बनेंगे और उच्च स्तर के हथियारों का निर्माण करेंगे।
मॉस ने कहा कि “इजराइल के अस्तित्व का अधिकार जर्मनी के संस्थापना सिद्धांत का भाग है और इस पर बातचीत असंभव है। यह हमारे इतिहास का परिणाम है और अटल है और सिर्फ इसलिए नहीं बदला जा सकता क्योंकि मैं अभी तेहरान की सरजमीं पर हूँ।”
ज़रीफ़ ने अलकायदा से लेकर यमन के नागरिकों पर बमबारी की सूची देते हुए क्रोध प्रकट किया था। इसका जिम्मेदार ईरान ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को ठहराया था। ज़रीफ़ की सख्त बयान तब आया जब यूरोप के साथ ईरान की झल्लाहट चरम पर है। ईरान की मुद्रा रियाल एक डॉलर के मुकाबले 130000 है। साल 2015 संधि के दौरान यह 32000 पर थी। इसे जनता की कमाई के साधन को छीन लिया है, देश में उत्पादों की कीमते बढ़ रही है।
यूरोपीय राष्ट्रों ने इंस्टैक्स यंत्र के निर्माण का आग्रह किया है जो ईरान को अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद मानवीय उत्पादों के व्यापार की अनुमति देगा। बहरहाल, इस कार्यक्रम का लागू होना अभी शेष है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “हमे इंस्टैक्स से ज्यादा उम्मीदे नहीं है, यदि इंस्टैक्स हमारी मदद करता तो इसे पहले ही पूरा कर लिया जाता।
ट्रम्प प्रशासन के कुछ सदस्य ईरान की सरकार को उखाड़ फेंकने के समर्थन में हैं हालाँकि ट्रम्प ने जोर देते हुए कहा है कि वह ईरान के साथ बातचीत करना चाहते हैं। जापानी प्रधानमंत्र शिंजो आबे बुधवार को तेहरान पहुंचेंगे। जापान भी ईरानी तेल का खरीददार था लेकिन प्रतिबंधों के बाफ जापान ने आयात बंद कर दिया था।
अर्ध सरकारी तसनीम न्यूज़ ऐंसी के मुताबिक, अली असग़र ज़रीन ने कहा कि “फोरडो अंडरग्राउंड केंद्र में तेहरान के अपकेंद्रो की संख्या बढ़कर 1044 हो गयी है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के अध्यक्ष अली अकबर सालेही ने कहा कि “ईरान ने 20 आईआर-6 अपकेंद्रो की स्थापना का कार्य शुरू कर दिया है।
परमाणु संधि के तहत ईरान को संधि के साढ़े आठ सालो के बाद 30 से अधिक आईआर-6 के परिक्षण करने की अनुमति नहीं है। जो समयसीमा साल 2023 में होगी।