ईरान के रक्षा मंत्री आमिर हतामी ने कहा कि “किसी भी तरीके की आक्रमक कार्रवाई का जवाब ईरान सख्ती से देगा। हम देश में थोड़ी आक्रमकता की कार्रवाई के साथ डील कर लेंगे।”
शिन्जुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा समय में ईरान अपनी सभी रक्षा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई और अमेरिकी ड्रोन को गिरना ईरान की रक्षा का काबिलियत का सबूत है।”
ईरान के दक्षिणी तटीय प्रान्त होर्मोज़न में अमेरिका के ख़ुफ़िया ड्रोन को जून में ईरान ने मार गिराया था। हतामी ने ईरान पर अमेरिका के अधिकतम दबाव को कम करने का नीति को बेकार बताया था।
14 सितम्बर को सऊदी अरब की राज्य तेल कम्पनी अरामको के दो स्थानों पर आतंकवाद हमला किया गया था। इस हमले की जिम्मेदारी यमन के गुथी विद्रहियो ने ली थी लेकिन सऊदी अरब और अमेरिका ने इस हमले का कसूरवार ईरान को ठहराया है।
अमेरिका ने बीते वर्ष परमाणु संधि से नाता तोड़ दिया था और तेहरान पर सभी प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था। ईरान ने इस साल की शुरुआत में संधि के नियमो का उल्लंघन किया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा संघठन ने इसकी पुष्टि की है।यूरेनियम सम्वर्धन की सीमा 300 किलोग्राम से बढाकर चौथी दफा ईरान अपनी प्रतिबद्धता का उल्लंघन करेगा।