ईरान ने शुक्रवार को अरब सम्मेलन के बेबुनियाद आरोपों को खारिज कर दिया है और तेहरान के खिलाफ क्षेत्रीय राय जुटाने के निराशाजनक प्रयास में संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल के गुट में सऊदी अरब भी शामिल हो गया है। सऊदी अरब की तेल पाइपलाइन पर हमले के बाद सल्तनत ने अरब नेताओ की बैठक की मेजबानी की थी।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अब्बास मौसवी ने अरब देशों के बेबुनियादी आरोपो को मानने से इंकार कर दिया था और कहा कि “हम देख सकते है कि तेहरान के खिलाफ क्षेत्रीय राय जुटाने के निराशाजनक प्रयास में संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल के गुट में सऊदी अरब भी शामिल हो गया है।”
अरब सम्मेलन में सऊदी अरब के बादशाह सलमान ने कहा कि “ईरानी आक्रमण को रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई की जरुरत है। अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा कि तेहरान को रोकने के लिए वहां सेना की तैनाती की गयी थी। ईरान ने किसी भी आक्रमक रुख अपनाने से इंकार कर दिया है।
अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने गुरूवार को कहा कि “यूएई के तट पर चार जहाजों पर हमले ईरानी सरकार द्वारा विश्व में तेल की कीमतों में इजाफा करने का प्रयास था।” रियाद ने तेल पाइपलाइन पर हमला करने का कसूरवार भी ईरान को ही ठहराया है।
इस्लामिक रिपब्लिक ने कहा कि वह खुद की किसी भी आक्रमकता से रक्षा करेंगे। उपराष्ट्रपति इस्हाक़ जहांगीरी ने कहा कि “तेहरान को परमाणु हथियारों को विकसित करने की अनुमति नहीं है क्यूंकि सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने इस पर रखी है।”