ईरान (Iran) के राष्ट्रपति हसन रूहानी (hassan Rouhani) ने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई पर अमेरिकी प्रतिबंधों को ख़ारिज किया है और व्हाइट हॉउस को मंदबुद्धि करार दिया था। स्टेट टेलीविज़न में भाषण के दौरान रूहानी ने कहा कि “खमेनेई के खिलाफ प्रतिबन्ध नाकाम होंगे क्योंकि उनकी विदेश में कोई संपत्ति नहीं है। रूहानी ने हालिया प्रतिबंधों को अमेरिकी निराशा का संकेत दिया था।”
उन्होंने कहा कि “व्हाइट हाउस के एक्शन का मतलब वह मानसिक रूस से मंद है। तेहरान की रणनीतिक संयमता का मतलब यह नहीं कि वह भयभीत है। रूहानी ने कहा कि “हालिया प्रतिबन्ध प्रदर्शित करते है कि अमेरिका वार्ता के प्रस्ताव के बाबत झूठ बोल रहा था।”
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि “इसी दौरान आप बातचीत के लिए प्रस्ताव दे रहे है, आप विदेश मंत्री पर प्रतिबन्ध लगाना चाहते हैं। यह सच है कि आप झूठ बोल रहे हैं।” अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि “वांशिगटन को बातचीत के लिए असल वार्ता के दरवाजे खोले है लेकिन प्रतिक्रिया में ईरान की चुप्पी दबाने वाली है।”
अमेरिका ने सोमवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई और अन्यो पर प्रतिबन्ध थोप दिए थे। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “अमेरिका ने इस कदम से कूटनीति के सभी स्थायी मार्गों को बंद कर दिया है।” अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है।
हाल ही में ईरान ने अमेरिका के निगरानी ड्रोन को मार गिराया था और प्रतिकारी हमले को डोनाल्ड ट्रम्प ने 10 मिनट पहले ही रोक दिया था।
बोल्टन ने मंगलवार को कहा कि “अमेरिका बातचीत के लिए हमेशा खुला है। ईरान को अपने आपके दरवाजे खोलने की जरुरत है।” अमेरिका को ऐतिहासिक परमाणु संधि से बाहर नुक्ले एक वर्ष से अधिक समाय बीते चुका है। तेहरान ने दावा किया कि चेतावनी के बावजूद ड्रोन ने ईरान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था। अमेरिका ने इस दावे को खारिज किया और दावा किया कि यह ड्रोन अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में थे।