ईरान ने अमेरिका को सीमा उल्लंघन की चेतावनी दी है और संसद के अध्यक्ष अली लारीजानी ने सख्त प्रतिक्रिया की धमकी दी है। ईरान ने बीते हफ्ते अमेरिकी निगरानी ड्रोन को मार गिराया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
लारीजानी ने बुधवार को कहा कि “उनके ड्रोन को मार गिरना उनके लिए सीमा पर आक्रमक रवैये को दरकिनार करना अच्छा अनुभव रहा होगा। अगर वह सीमा उल्लंघन की गलती दोबारा करते हैं तो ईरान की प्रतिक्रिया बेहद सख्त होगी।”
ईरान ने कहा कि “अमेरिका का मानवरहित ड्रोन उनके हवाई क्षेत्र में था, जिससे वांशिगटन ने इंकार किया है। ट्रम्प ने प्रतिकारी हमले का आदेश दिया था लेकिन इसे अंतिम समय में रद्द कर दिया था। इसके बाद कई लोगो की हत्या हुई थी। दोनों पक्षों के बीच काफी तनाव बढ़ चुका है।
ट्रम्प ने कहा कि “ईरान और अमेरिका के बीच कोई भी जंग तीव्र हो सकती है लेकिन उन्होंने दोहराया कि वह सैन्य संघर्ष को दरकिनार करना चाहते हैं जबकि तेहरान के नेताओं पर हमला बोला है। ईरान में न्यूयॉर्क स्थित मानवधिकार केंद्र ने कहा कि “करीब 116 ईरानी मानवधिकार कार्यकर्ता और वैश्विक समूहों ने दो दुश्मनो को सैन्य संघर्ष के परिणाम तबाही होने की चेतावनी दी है।”
कार्यकर्ताओं, वकीलों और पत्रकारों द्वारा दस्तखत किये गए बयान के मुताबिक, “हमें भी भय है कि ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई लाखो आम नागरिको के लिए विनाशकारी हो सकते हैं और यह पड़ोसी मुल्कों में हिंसक सचिवीय नागरिक संघर्ष को ला सकता है।
तेहरान और वांशिगटन के बीच साल 2015 में हुई परमाणु संधि को बीते वर्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तोड़ दिया था और प्रतिबंधों को उन पर थोप दिया था। वांशिगटन के बढ़ते प्रतिबंधों के प्रतिकार में तेहरान ने यूरेनियम के उत्पादन में वृद्धि का ऐलान किया था।
ईरान ने बुधवार को समयसीमा को बढ़ा दिया था और यूरोपीय संघ से इस संधि को बचाने का आग्रह किया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई और अन्य आला अधिकारीयों पर नाते प्रतिबन्ध थोप दिए थे। ईरान ने हालिता प्रतिबंधों को ख़ारिज करते हुए बेवकूफी कदम करार दिया था।