Mon. Dec 23rd, 2024
    cyber attack

    ईरान के टेलीकॉम मंत्री ने सोमवार को कहा कि “ईरान के रॉकेट लॉच प्रणालियों पर अमेरिका का साइबर का हमला नाकाम रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस्लामिक रिपब्लिक द्वारा अमेरिकी ड्रोन पर हमले के बाद अमेरिका ने साइबर हमले की योजना बनायीं थी और इससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।

    ईरान के टेलीकॉम मंत्री का बयान रिपोर्ट्स के जारी होने के एक बाद आया है कि पेंटागन ने लम्बे समय से नियोजित साइबर हमले को ईरान के रॉकेक्ट लॉच सिस्टम को बर्बाद करने के लिए किया था। अमेरिका और ईरान के बीच शुक्रवार को ड्रोन हमले के बाद तनाव काफी बढ़ गया है।

    ड्रोन पर हमले के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने मध्य पूर्व के राष्ट्र पर प्रतिकारी हवाई हमले के आदेश दिए थे। याहू न्यूज़ ने पूर्व ख़ुफ़िया अधिकारीयों के हवाई से बताया कि “गुरूवार को पेंटागन ने पूर्व नियोजित साइबर हाला किया था। इस साइबर हमले ने ईरान के राकेट लॉच को बिगाड़ दिया था।”

    ईरान ने अमेरिका के दावों को खारिज किआ और ईरान के सूचना एवं संचार तकनीक मामले के मंत्री जावेद अज़ारी जहरूमि ने सोशल मीडिया पर कहा कि “वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन एक सफल हमले को अंजाम देने में नाकाम साबित हुए हैं।”

    उन्होंने कहा कि “मीडिया ने पूछा कि अगर ईरान के खिलाफ साइबर हमले के दावे सही है। बीते वर्ष हमले 330 लाख साइबर हमलो को नाकाम किया था।”

    अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर हैं लेकिन ईरान के रेवोलूशनरी गार्ड कॉर्प्स के अमेरिकी जासूसी ड्रोन को गिराने के बाद हालात बेहद बिगड़ गए हैं। ईरान के अनुसार अमेरिकी ड्रोन उनकी हवाई सीमा को पार लार गया था और चेतावनी के बावजूद बाज नहीं आया था।

    अमेरिका ने इसे भड़काऊ कदम करार दिया था और दावा किया कि अमेरिकी ड्रोन निशाने के दौरान अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग पर उड़ान भर रहा था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *