ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने गुरूवार को कहा कि “ईरान का सैन्य बल क्षेत्र के किसी देश के लिए खतरा नहीं है।” तेहरान ने आर्मी डे मिलिट्री परेड के दौरान मौजूदा सैन्य उपकरणों और अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव का खुलासा किया था। ईरान में आयोजित समारोह को टीवी पर लाइव प्रसारित किया गया था।
ईरान में सैन्य परेड
रायटर्स के मुताबिक समारोह में मार्च करते हुए सैनिक पोडियम पर खड़े हसन रूहानी और अन्य आला सैन्य कमांडर्स की तरफ से गुजरे। साथ ही घर पर तैयार और निर्माण किये गए लड़ाकू विमानों ने पहली बार एयर डिस्प्ले में भागीदारी की थी। साथ ही ईरान ने मिसाइल, पनडुब्बी, हथियारबंद वाहन, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम का खुलासा भी किया था। साथ ही उन्होंने रूस की एस-300 को भी प्रदर्शित किया था।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “मैं सभी क्षेत्रीय देशों को कहना चाहता हूँ कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ ईरान के सैन्य बल आपके और आपके हितों के खिलाफ नहीं है। वह हमलावरों के खिलाफ है। हमारे लिए अमेरिकी साम्राज्यवाद और यहूदी शासन समस्या की जड़ है।”
ताकतवर ईरानी सेना
उन्होंने कहा कि “ईरान की सेना पहले के मुकाबले अधिक ताकतवर हो गयी है। हम क्षेत्र की सुरक्षा व स्थिरता, देशों की सम्प्रभुता और आतंकवाद व क्षेत्र में उसकी गतिविधियों का खात्मा चाहते है।” ईरान में दो सेनाये है, एक जो राष्ट्रीय सुरक्षा बल का संचालन करती है और दूसरी इस्लामिक रेवोलूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स, जिसका गठन साल 1979 में इस्लामिक क्रांति के दौरान किया गया था।
अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर रेवोलूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स को विदेश आतंकी सेना का दर्जा दिया है। इस निर्णय की ईरान ने आलोचना की है और इससे मध्य एशिया में अमेरिकी सैनिको की हत्या बढ़ने का भी अंदेशा है। ईरानी गार्ड्स के खिलाफ अमेरिका के निर्णय को रूहानी ने घिनौना करार दिया है और कहा कि “ईरानी गार्ड्स की बेइज्जती सभी ईरानी सेनाओं का असम्मान है और महान राष्ट्र ईरान का अपमान है।”
इस परेड को कई प्रांतो में रद्द कर दिया गया है जहां बाढ़ से प्रभावित लोगो की मदद के लिए सेना को तैनात किया गया है। 19 मार्च को आयी बाढ़ से अब तक 76 लोगो की मौत हो गयी है और 22000 लोगो को मज़बूरन शिविरों का रुख करना पड़ा है।
हसन रूहानी ने कहा कि “मुझे सन्देश है कि किसी अन्य देश में जनता और सैन्य बलों के बीच इस स्तर की एकता होगी।”