अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने रविवार को कहा कि “बगैर किसी शर्त के ईरान के साथ बातचीत के लिए अमेरिका इच्छुक है।” स्विट्ज़रलैंड में विदेश मंत्री इंगनजिओ कैस्सिस की मौजूदगी में आयोजित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में पोम्पिओ ने कहा कि “हम बगैर किसी शर्त के बातचीत के लिए तत्पर है। हम उनके साथ बैठने के लिए तैयार है।”
बगैर शर्त बातचीत को तैयार
ईरान ने निरंतर कहा है कि प्रतिबंधों के हटाए न जाने तक बातचीत का सिलसिला आगे नहीं बढ़ेगा। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव में काफी वृद्धि हो रही है। अमेरिका ने हाल ही में यूएई के फ़ुजैराह तट पर एक युद्धपोत और बी-52 बमवर्षक की तैनाती की मंज़ूरी दी थी।
पर्शियन गल्फ में अत्यधिक सैनिको की तैनाती की गयी है और यह विश्व के अत्यधिक रणनीतिक जलमार्गों में से एक है। अमेरिकी अधिकारीयों ने तस्वीरो के जरिये दावा किया कि ईरान पारम्परिक जहाजों में मिसाइल लोड कर रहा है।
शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “अगर अमेरिका सम्मान प्रदर्शित करता है तो शायद ईरान भी बातचीत के इच्छुक हो।” अमेरिका ने साल 2015 में ईरान के साथ हुई संधि को बीते वर्ष तोड़ दिया था और तेहरान पर दोबारा सभी प्रतिबंधों को थोप दिया था।
अमेरिका की कोशिश
इसके बाद अमेरिका ने ईरानी तेल के निर्यात को शून्य करने सभी देशों को दी रिआयत को छीन लिया था और इससे ईरान की बैंकिंग प्रणाली और अर्थव्यवस्था को खासा झटका लगा था। अमेरिका ने ईरान की रेवोलूशनरी गार्ड्स को भी विदेशी संगठन की सूची में शुमार कर दिया था।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि “बातचीत के लिए ईरान के प्रति अमेरिका के सामान्य व्यवहार और कार्रवाई में परिवर्तन होने की जरुरत है। इस्लामिक गणराज्य ईरान शब्दों के खेल को नजरअंदाज करता है और अपने गोपनीय मंसूबो व्यक्त करने के लिए नयी भाषा का इस्तेमाल करता है।”