अमेरिका व्यापक स्तर के कड़े प्रतिबंधो से ईरान के संसाधनों को कम करने की कोशिश कर रहा है। माइक पोम्पियो ने कहा कि “प्रतिबंधो का मकसद तेहरान को परमाणु हथियारों के निर्माण और कथित आतंकी गतिविधियों से रोकने के लिए हैं।”
ईरान के संसाधनों को कम करेंगे
माइक पोम्पियों ने वांशिगटन में इकॉनोमिक क्लब में एक सवाल के जवाब में कहा कि “हम विश्व में उनके आतंकी अभियानों को रोकने के लिए उनके संसाधनों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही उनकी मिसाइल प्रणाली और परमाणु कार्यक्रम के निर्माण को रोकने का प्रयास कर रहे हैं और हम इससे काफी प्रभावित हुए हैं।”
अमेरिका के अकेले प्रतिबंधों से फर्क न पड़ने पर उन्होंने कहा कि “इसने काम किया है। हमने 95 प्रतिशत कच्चे तेल के निर्यात को रोक दिया है जिसे ईरान समस्त राष्ट्र में निर्यात करता था। हमने विश्व की जरुरत के तहत आर्थिक वृद्धि का संरक्षण किया और ईरान की सरकार से संसाधनों को दूर रखने के लिए जहर सम्भव प्रयास किया था।”
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गत वर्ष साल 2015 की परमाणु संधि से वांशिगटन को बाहर निकाल लिया था और अमेरिका पर सभी प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था। ईरान ने इसे आर्थिक आतंकवाद करार दिया था। इसमें हाल ही में वृद्ध `हुई थी जब संवेदनशील खाड़ी मार्ग पर टैंकर पर हमला और ड्रोन को मार गिराया था।
विश्व के सबसे बड़ा आतंक का प्रायोजक ईरान के बाबत पोम्पियो ने कहा कि “उनके समक्ष परमाणु हथियार प्रणाली को विकसित करने की क्षमता अभी जारी है और इससे मध्य पूर्व में प्रसार का जोखिम बढ़ जायेगा।”
पूर्व प्रशासन की राह पर नहीं
उन्होंने कहा कि “हम इस सबके बाबत बेहद चिंतित है। हमारी चयनित रणनीति में पूर्व प्रशासन से उलट 180 डिग्री का टर्न है। उन्होंने ईरान में चोर तंत्र और हिज्बुल्ल्ह, इराक के चरमपंथियों, यमन के हौथियो के लिए सम्पत्ति अर्जित करने के मौके मुहैया किये थे।”
पोम्पियों ने कहा कि “हम अलग मार्ग पर जाने का निर्णय लिया है। हम विश्व में उनके आतंकी अभियानों के लिए संसाधनो में कमी करेंगे, उनके मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम को निर्मित नहीं होने देंगे। ईरान अभी समझौते के तहत तय से कई गुना अधिक संवर्धन कर रहा है। वे वापस गलत दिशा की तरफ अग्रसर हो गए हैं। हम उनसे इस पर सोचने का आग्रह करते हैं लेकिन हमारे लिए यह परमाणु संधि में तय स्तर नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “यह एक समयसीमा में परमाणु हथियार प्रणाली के निर्माण करने की काबिलियत के बारे में है जो आपके, आपके बच्चों और आपके पोतो के लिए मायने रखता है। पूर्व समझौते इस पर खरा नहीं था।”