ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने सोमवार को चेतावनी दी कि अमेरिका आग के साथ खेल रहा है। तेहरान और वांशिगटन के बीच परमाणु कार्यक्रम के कारण तनाव काफी बढ़ गए हैं। अमेरिका ने बीते वर्ष अंतरराष्ट्रीय समझौते से खुद को अलग कर लिया था और तेहरान पर प्रतिबंधों को थोपा था।
अमेरिका-ईरान के तनावग्रस्त सम्बन्ध
इसके बाद से तनाव काफी बढे हैं और अमेरिका ने ईरान के खिलाफ हवाई हमले को आखिरी पल में रोकने के आदेश दिए थे। तेहरान ने अमेरिका के निगरानी ड्रोन को मार गिराया था और आरोप लगाया कि ड्रोन उनके हवाई इलाके में प्रवेश कर रहा था।
जरीफ ने एनबीसी से कहा कि “मेरे ख्याल से अमेरिका आग के साथ खेल रहा है।” ईरान ने बीते हफ्ते संवर्धन यूरेनियम में 3.67 फीसदी से अधिक की वृद्धि का ऐलान किया था, जो परमाणु संधि के तहत तय था ज़रीफ़ ने कहा कि “इस सिर्फ कुछ घंटो में वापस लिया जा सकता है। हम परमाणु हथियारों को विकसित नहीं कर रहे हैं। अगर हम परमाणु हथियारों को विकसित करना चाहते तो हम यह कारनामा सालो पहले कर चुके होते।”
संयुक्त राष्ट्र की सभा के न्यूयोर्क में आयोजन में जरीफ के शामिल होने पर अमेरिका ने जरीफ की आवाजाही पर गैर जरुरी प्रतिबंधो को थोप दिया था। कुछ हफ्तों पूर्व ही अमेरिका ने जावेद जरीफ पर प्रतिबंधों को थोपने की धमकी दी थी।
जावेद जरीफ पर पाबन्दी
अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने कहा था कि वांशिगटन उन्हें वीजा मुहैया कर रहे हैं लेकिन ईरान के यूएन मिशन के छह ब्लॉक्स के आलावा घूमने की अनुमति दी है। अमेरिका के राजनयिक तेहरान में नहीं घूम सकते हैं इसलिए ईरानी राजनयिकों का न्यूयोर्क शहर में खुले घूमने का कोई कारण नहीं आता है।”
साल 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद अमेरिका का कोई भी राजदूत ईरान में नहीं है क्योंकि इसमें पश्चिमी समर्थित शाह को हटा दिया गया था। एक आला अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि “विदेश मंत्री जावेद जरीफ यहाँ आकर अमेरिका की आज़ादी का लुत्फ़ उठाते हैं और शत्रुतापूर्ण प्रोपोगेन्डा फैलाते हैं।”
यूएन के प्रवक्ता फरहान हक ने पत्रकारों से कहा कि “यूएन के सचिव अमेरिका के संपर्क में हैं और ईरानी मिसाइल में ज़रीफ़ की यात्रा पर पाबन्दी और इसके सम्बन्ध में मेज़बान देश फिक्रमंद होगा।” अमेरिका का यूएन के साथ समझौता है जिसके तहत वह यूएन के कारोबार में विदेशी राजनयिकों के लिए वीजा जारी करेगा।
24 जून को ट्रेज़री सचिव स्टीवन म्युनीच ने कहा कि “जरीफ के खिलाफ प्रतिबन्ध इस हफ्ते के अंत में लागू होंगे।” ज़रीफ़ ने इंटरव्यू में कहा कि “वह प्रतिबंधो से प्रभावित नहीं होंगे क्योंकि उनकी ईरान के बाहर कोई संपत्ति नहीं है।”