वाशिंगटन/लंदन, 8 जुलाई (आईएएनएस)| अमेरिका के लिए लिखे ब्रिटिश राजदूत किम डारोक के ईमेल संदेश लीक होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम से कहा कि उन्होंने ‘ब्रिटेन की अच्छी तरह सेवा नहीं की।’ डारोक ने ट्रंप प्रशासन को ‘अयोग्य, असुरक्षित और अक्षम’ कहा था। मीडिया को यह जानकारी सोमवार को दी गई। साल 2017 से लेकर अब तक के लीक ईमेल में डोराक ने कहा था, “हम वास्तव में विश्वास नहीं करते कि यह प्रशासन सच में सामान्य, कम दुष्क्रिय, कम अप्रत्याशित, गुटबाजी से कम ग्रस्त, कूटनीतिक रूप से कम अनाड़ी और कम अयोग्य हो पाएगा।”
लीक हुए ईमेल समाचारपत्र ‘द मेल’ में रविवार को प्रकाशित किए गए।
ट्रंप ने रविवार रात न्यूजर्सी में पत्रकारों से कहा कि उन्होंने मेल नहीं देखा है। उन्होंने कहा, “राजदूत ने ब्रिटेन की अच्छी सेवा नहीं की है, मैं यह आपको बता सकता हूं।”
ट्रंप ने कहा, “हम उस शख्स के बड़े प्रशंसक नहीं हैं और उसने ब्रिटेन की अच्छी सेवा नहीं की है, इसलिए मैं इसे समझ सकता हूं।” उन्होंने आगे कहा, “और मैं उसके बारे में बातें कह सकता हूं, लेकिन मैं इन सबकी परवाह नहीं करता।”
रविवार रात को भी, ब्रिटिश व्यापार मंत्री लियाम फॉक्स ने बीबीसी को बताया कि ईमेल लीक होना ‘गैर-पेशेवराना, अनैतिक और असंगत’ है।
उन्होंने कहा कि जिसने भी ईमेल जारी किया था, उसने दुर्भावनापूर्ण रूप से अमेरिका के साथ रक्षा और सुरक्षा संबंधों को कम करके आंका था, जिसके साथ कि हमारे सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक संबंध हैं।
विदेश मंत्री जेरेमी हंट, जो अगले कंजर्वेटिव नेता और ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में हैं, उन्होंने कहा कि लीक ज्ञापन ने ‘व्यक्तिगत दृष्टिकोण’ को दर्शाया है, न कि ब्रिटिश सरकार के ।
हंट ने कहा कि ‘स्पष्ट राय’ देना राजदूत का काम था लेकिन उन्होंने सरकार के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित नहीं किया है।
इस बीच, ब्रिटिश विदेश कार्यालय ने लीक के स्रोत का पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की है।