नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे व मोजर बेयर के पूर्व कार्यकारी निदेशक रतुल पुरी को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दायर 354 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एजेंसी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर सोमवार देर रात पुरी और अन्य के खिलाफ ‘प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट ‘(पीएमएलए) के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने के बाद कार्रवाई की।
पुरी को मंगलवार तड़के उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया और उन्हें अपराह्न में विशेष ईडी अदालत में पेश किया जाएगा।
ईडी 17 अगस्त को सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए बैंक धोखाधड़ी मामले में पूछताछ के लिए शहर की अदालत से पुरी की हिरासत की मांग करेगी।
ईडी ने यह कार्रवाई केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा पुरी, उनकी कंपनी, उनके पिता व प्रबंध निदेशक दीपक पुरी, निदेशकों नीता पुरी (रतुल की मां और कमलनाथ की बहन), संजय जैन और विनीत शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज करने के तीन दिन बाद की है।
सीबीआई ने रविवार को आरोपी निदेशकों के आवासों और कार्यालयों सहित छह स्थानों पर तलाशी भी ली थी।
बैंक ने एक बयान में कहा था कि रतुल ने 2012 में कार्यकारी निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया था, जबकि उनके माता-पिता बोर्ड में बने रहे।
कंपनी कॉम्पैक्ट डिस्क, डीवीडी, सॉलिड स्टेट स्टोरेज डिवाइस जैसे ऑप्टिकल स्टोरेज मीडिया के निर्माण में शामिल है।
ईडी रतुल से अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा घोटाले के संबंध में भी पूछताछ करना चाहती है।