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    मेक्का में आयोजित इस्लामिक सम्मेलन

    इस्लामिक सहयोग संघठन ने जम्मू कश्मीर में विशेष राजदूत के पद पर सऊदी अरब के योसेफ अल्दोबाइय को नियुक्त किया है। इस निर्णय को शुक्रवार को मेक्का में आयोजित 14 वीं बैठक के दौरान लिया गया था। इस आयोजन में कई मुस्लिम देशों में शिरकत की थी। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी शिरकत की थी।

    इस सम्मेलन में संघठन के सिद्धांत, जम्मू कश्मीर की आवाम को यूएन के विशेषाधिकारों के तहत वैध अधिकारों के समर्थन को दोहराया गया था। ओआईसी ने इस्लामोफोबिया को खत्म करने के लिए विस्तृत रणनीति को अपनाने की मांग की थी। मार्च 2019 में पाकिस्तान ने ओआईसी की मंत्रीय एग्जीक्यूटिव कमिटी में प्रस्ताव को पेश किया था।

    सम्मेलन में बातचीत के दौरान इमरान खान ने कश्मीर, फिलिस्तीन के हालतो पर और इस्लामोफोबिया और मुस्लिम देशों में विज्ञान की जरुरत पर पाकिस्तान के विचारो को रखा था।

    ओआईसी के प्रमुख मकसदों में से एक इस्लामिक समाज और आर्थिक मूल्यों का संरक्षण और अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा को बरक़रार रखना है। आलोचकों के मुताबिक, यह वास्तविक जुड़ाव में पिछड़ जाते हैं और इनके पास संकटग्रस्त मुस्लिम देशों के लिए समाधान नहीं है जबकि उन्होंने सामाजिक और शैक्षिक स्तर पर प्रगति हासिल की है।

    इस बैठक में अमेरिका द्वारा येरुशलम को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने की भी आलोचना की गई थी। इजराइल के अवैध कब्जे को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने खारिज किया था।

    संयुक्त राष्ट्र के बाद ओआईसी दूसरा सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय सरकारी संघठन है। इसमें चार महाद्वीप के 57 देश सदस्य है।ऑर्गनइजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन का गठन साल 1969 में हुआ था, जिसमे 57 राष्ट्र शामिल है और 40 मुस्लिम प्रमुख राष्ट्र हैं।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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