इस्लामिक एजुकेशनल एंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (आएसईएससीओ) ने श्रीलंका में हुए जघन्य बम विस्फोटों की कड़ी निंदा की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आएसईएससीओ ने रविवार को एक बयान में कहा कि यह जघन्य कृत्य मानवता के खिलाफ अपराध है और नफरत और चरमपंथ का एक बदसूरत चेहरा है।
बयान में आगे कहा गया, “ये हमले विभिन्न धर्मो के अनुयायियों के बीच शांति, सह-अस्तित्व और सम्मान को बढ़ाना देने के अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में बाधा डालते हैं।”
श्रीलंका के पुलिस प्रवक्ता रुवान गुनसेकरा ने सोमवार को पुष्टि करते हुए कहा कि रविवार को ईस्टर के मौके पर देश में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में मृतकों की संख्या बढ़कर 290 हो गई है और इन हमलों के संबंध में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।