पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इजराइल का बिज़नेस विमान के इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे में लैंड होने की खबरों को खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यह बेबुनियादी और बिना जांच पड़ताल की खबर है कि पाकिस्तान और इजरायल बिज़नेस समझौते कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इजराइल के साथ कोई सम्बन्ध नहीं बना रहे हैं।
मीडिया से मुखातिब होकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कि फिलिस्तान की गज़ा पट्टी पर वैसे अत्याचार हो रहे हैं जो कश्मीर में हो रहा है।
हाल ही में इजराइल के एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया कि एक हवाईजहाज तेलअवीव से इस्लामाबाद के लिए रवाना हो गया है और पाकिस्तान की सरजमीं पर लगभग 10 घंटे तक रहेगा। इस खबर को फ्लाइट रडार नामक वेबसाइट से लिया गया था।
Israeli 🇮🇱 bizjet flew from TLV to Islamabad, #Pakistan 🇵🇰, on the ground 10 hours, and back to TLV.
Cleared flight-plan with usual 5min groundtime trick in Amman
M-ULTI glex pic.twitter.com/haHn1NU73L— avi scharf (@avischarf) October 25, 2018
राष्ट्रपति के अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद नें भी इस खबर को खारिज किया है।
पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री डोक्टर शरीन मजारी ने कहा कि यह इजराइल के पत्रकार का पाकिस्तानी मीडिया का ध्यान भटकाने का पैंतरा है क्यूंकि वह नहीं चाहते कि राष्ट्रपति बेंजामिन नेतान्याहू के ओमान दौरे पर खबरे की जाए। उन्होंने कहा कि कैसे इजराइल की मीडिया ने फेक न्यूज़ से ध्यान भटकाने की चाल चली है जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा अभी महत्वपूर्ण मुद्दा है।
Interesting how Israeli media, with a plane fake news, managed to divert Pak media's attention away from the imp security issue of the Netanyahu-Oman visit which has strategic implications for Pak if Israel gets a permanent foothold in Oman where US mly already has a presence.
— Shireen Mazari (@ShireenMazari1) October 28, 2018
शरीन मजारी ने कहा कि ओमान और इजराइल के मध्य अगर सैन्य सम्बन्ध हो गए तो पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगेगा। ओमान के पहले से ही अमेरिका के साथ पहले से ही सैन्य समझौते कायम है।
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मीडिया की ख़बरों को अफवाह करार दिया और कहा कि पाकिस्तान इजराइल के साथ गुपचुप तरीके से कोई बातचीत नहीं कर रहा है। सूचना मंत्री ने कहा कि न इजराइल से और न ही पीएम मोदी से हमारी कोई बातचीत चल रही है।
पाकिस्तान इजराइल को स्वीकृत नहीं करता इसलिए दोनों राष्ट्रों के मध्य कोई कूटनीतिक सम्बन्ध नहीं है। दोनों राष्ट्रों के आलाकामन की मुलाकात साल 2005 में मुलाकात हुई थी। इस बैठक में इजराइल के विदेश मंत्री सिल्वान शालोन और पाकिस्तान के विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने मुलाकात की थी।