भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो आज पहली भारतीय निजी जीपीएस सैटेलाइट अंतरिक्ष में लांच करेगा। यह उड़ान आंध्र प्रदेश में स्थित श्रीहरिकोटा के लांच पैड से उड़ान भरेगी।
आपको बता दें कि जीपीएस सिस्टम के लिए भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो सात सैटेलाइट पहले ही लांच कर चूका है। इस सैटेलाइट के जरिये देश में सीमा सुरक्षा, प्राकृतिक उपदा जैसे बाढ़, वाहनों की खोज, थल और पानी में रास्ता खोजने आदि के लिए किया जाएगा। इस सैटेलाइट को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाम दिया है। यह सैटेलाइट इसलिए भी विशेष है, क्योंकि पहली बार किसी निजी कंपनी की मदद से कोई सैटेलाइट बनायीं गयी है।
इस सैटेलाइट को इसरो ने 6 छोटी निजी कंपनियों की सहायता से बनाया है। इस सैटेलाइट को भारत ने अमेरिकी जीपीएस सिस्टम की सहायता से बनाया है। यह सैटेलाइट पहले से अंतरिक्ष में मौजूद भारतीय सैटेलाइट की मदद करेगा, और अंतरिक्ष से धरती पर सन्देश पहुंचाएगा। इस सैटेलाइट का वजन 1425 किलो ग्राम है।
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इसरो के इस साहसिक कदम के जरिये भारत को कई छेत्रों में काफी फायदा होगा। सबसे पहले सीमा पर सैटेलाइट के जरिये नजर रखी जायेगी, जिससे सीमा पर किसी भी तरह की होने वाली गतिविधि को रोका जा सकेगा। इसके अलावा पानी और जमीन पर रास्ता भटक जाने पर इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।