जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रियों की केंद्र शासित प्रदेश का चल रहा दौरा सिर्फ भाजपा की वोट बैंक राजनीति है, जिसका मकसद ‘खोई हुई जमीन वापस पाना है।’
उन्होंने कहा कि वास्तविक संपर्क इंटरनेट सेवाओं की बहाली, राजनीतिक कैदियों को रिहा करने, नागरिक समाज के सदस्यों से बात करने और उनकी चिंताओं को दूर करने, डोमिसाइल के बारे में बात करने और बाहरी लोगों द्वारा भूमि को लिए जाने को लेकर उनकी आशंकाओं को दूर करके किया जा सकता है।
भाजपा के 26 मंत्रियों का एक समूह 60 जगहों का दौरा कर रहा है, जिसमें जम्मू के 52 और कश्मीर घाटी के तीन जिले में से आठ जगहें हैं। यह दौरा 18 जनवरी से 24 जनवरी के बीच हो रहा है।
गुरुवार को आईएएनएस के साथ एक विशेष साक्षात्कार में मुफ्ती ने कहा कि जम्मू के लोग भाजपा से नाराज है। मुफ्ती ने कहा, “कोई वास्तविक जुड़ाव या संपर्क नहीं है।”
उन्होंने कहा, “वे आशंकित हैं कि वे जम्मू में सीटें खो देंगे।”
उन्होंने कहा कि कश्मीर में इतनी ज्यादा सुरक्षा की मौजूदगी को कोई मतलब नहीं है, जब सरकार कह रही है कि घुसपैठ में कमी है।
उन्होंने कहा, “यह गलतियां करने जैसा है, उनके पास नियंत्रण का तरीका नहीं है, उनके पास सिर्फ एक क्रूर बहुमत है, उनके पास कोई योजना नहीं है, उनके पास सही नीति नहीं है, उनके पास सही प्राथमिकताएं नहीं है, सत्ता में आने के बाद से उनकी प्राथमिकता एनआरसी, सीएए और अयोध्या है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने एक राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटकर भारत के नक्शे के साथ छेड़छाड़ की है।
मुफ्ती ने कहा, “वे सोचते हैं कि यह सब मजाक है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र का कश्मीर में सामान्य जनजीवन बहाल करने की कोई मंशा नहीं है।
उन्होंने कहा, “यह जन संपर्क कुछ नहीं सिर्फ जम्मू में मतदाताओं को जुटाने का प्रयास है।”
मुफ्ती ने कहा, “मेरा मानना है कि वे जो भी कर रहे हैं, सिर्फ एक पहेली जैसा है।”
उन्होंने कहा, “वे कश्मीर में सामान्य जीवन बहाल नहीं करना चाहते और बड़ी संख्या में सुरक्षा अधिकारियों की रक्षा में वे मंत्रियों को लाल चौक पर ले जाने का साहस कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं की सीमित बहाली एक मजाक और ‘अंतर्राष्ट्रीय दबाव में’ लिया गया कदम है।
मुफ्ती ने कहा, “शायद, राष्ट्रपति (डोनाल्ड) ट्रंप अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं, इसीलिए इंटरनेट को सीमित तरीके से बहाल किया गया है।”
उन्होंने कहा, “वे कश्मीरियों को पुराने समय में ले गए हैं, लोग बातचीत नहीं कर सकते हैं।”