इराक में विगत तीन दिनों से सरकार विरोधी प्रदर्शनों का दौर जारी है और इसमें मृतकों का आंकड़ा 60 पर पंहुच गया है और 2500 लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय न शुक्रवार को यह बयान दिया है। पुलिस और प्रदर्शनकारियो के बीच हिंसक झड़प हो गयी थी।
इस हिंसक झड़प के दौरान पत्थरबाजी और गोलीबारी में दोनों पक्षों के लोग जख्मी हो गए थे। सैकड़ो प्रदर्शनकारी शुक्रवार को दक्षिणी इराक में स्थित शिया प्रभुत्व अल दिवानियाह की प्रांतीय पर्षद की ईमारत में पंहुचे थे और इसके बाद झडपे हुई थी।
यह प्रदर्शन इराक की अवाम ने जीवनयापन की मूल सुविधाओं की आपूर्ति न होने, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के कारण किया है। इराक के कई शहरो में प्रदर्शन हुआ था और इराक के प्रधानमन्त्री ने एक तत्काल सुरक्षा बैठक को इन दुखद वारदातों पर चर्चा के लिए बुलाया था।
बयान के मुताबिक, परिषद् ने जोर दिया कि नागरिको, सार्वजानिक और निजी संपत्ति की रक्षा के लिए पर्याप्त कार्रवाई की जाये। प्रदर्शनकारियों की वैध मांगो को पूरा करने के लिए सरकार सभी प्रयास करेगी। नसीरियाह, दिवानियाह और बसरा में प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।
बग़दाद में कई प्रदर्शनकारियों ने युद्ध के प्रसिद्ध सैनिको की तस्वीरे हाथो में उठा रखा थी। इसमें ईरान के आतंकवाद विरोधी सेना के प्रमुख लेफ्टनेंट जनरल अब्दुल वहाब अल सादी भी थे जिन्होंने इस्लामिक स्टेट को युद्ध में शिकस्त दी थी। संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से अधिकतम संयमता बरतने का आग्रह किया है।