इराक के शिया मौलवी मुक़्तदा अल सदर का अपमान करने के लिए बहरीन के विदेश मंत्री खालिद बिन अहमद अल खलीफा से माफ़ी मांगने की मांग की है। खालिद ने शनिवार को एक ट्वीट कर कहा कि “ईरानी सरकार का बग़दाद पर नियंत्रण है और अल सदर को एक कुत्ता कहा था।”
इराक के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, बहरीन विदेश मंत्रालय के अलफ़ाज़ बहरीन की कूटनीति को दर्शाते हैं जो मुक्तदा अल सदर के लिए आक्रमक है। कूटनीतिक प्रयासों के लिहाजा से पूरी तरह अस्वीकृत है। वह इराक को नुकसान पंहुचा सकते हैं, उसकी सम्प्रभुता और आज़ादी के लिए हानिकारक है। विशेषकर जब बहरीन के विदेश मंत्री के मुतबिक पड़ोसी देश ईरान के नियंत्रण में इराक है।”
शिया मौलवी मुक़्तदा अल सदर ने यमन, बहरीन और सीरिया में जारी जंग की निंदा की थी और साथ ही बाहरी देशों को तुरंत बाहर निकल जाने की मांग की थी।
बहरीन के विदेश मंत्री ने कहा कि “शिया मौलवी मुक़्तदा अल सदर ने इराक में बाहरी मुल्कों की बढ़ती दखलंदाज़ी के डर की प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और बग़दाद पर ईरान के नियंत्रण के भाषण में उसने इराक के जख्मो पर हाथ रखा था। उन्होंने सुरक्षित मार्ग अपनाया था। अल्लाह, इराक को उनकी दोस्तों से सलामत रखे।”
बहरीन विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया में देश में इराक के अधिकारी निहाद रजब अस्कर को तलब किया। बहरीन विदेश मनात्रलय ने बयान जारी कर कहा कि “इराक का बयान बहरीन की सल्तनत के आंतरिक मामले में प्रबल और अस्वीकृत दखलंदाज़ी है। यह अंतर्राष्ट्रीय कानून के सिद्धांत का उल्लंघन करती है और इसका प्रभाव बहरों और इराक के संबंधों पर भी होगा।”