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    इराकAn Iraqi staff of the West Qurna-1 oilfield, which is operated by ExxonMobil, is seen at the West Qurna-1 oilfield, Iraq June 17, 2019. REUTERS/Essam Al-Sudani

    मध्य पूर्व में हालिया हमला तेल ढांचों पर किया गया है। यह रॉकेट इराक के बसरा शहर में बुधवार सुबह कई वैश्विक तेल कंपनियों के मुख्यालय पर दागा गया था। इस वारदात में दो इराक के कर्मचारियों को बुरी तरह चोट आयी है। इस रॉकेट ने बुरजेसिया आवासीय और शहर के पश्चिम में स्थित अभियान मुख्यालय पर हमला किया था।

    इस क्षेत्र में अमेरिका के मल्टीनेशनल आयल एंड गैस कारपोरेशन एक्सान मोबिल की ब्रांच है। स्थानीय सुरक्षा अधिकारी ने अल जजीरा से कहा कि “एक्सान ने करीब 20 विदेशी स्टाफ को इस वारदात के बाद निकाल लिया था। अन्य कंपनियां भी यहां संचालन कर रही थी। इसमें रॉयल डच शैल पीएलसी और इटली की एनी सोप हैं।”

    इस हमले की अभी किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हाल ही में ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हमला हुआ था। यह वार्डर वारदात होर्मुज के जलमार्ग के करीब ही थी जो मध्य पूर्व से तेल और गैस के निर्यात का महत्वपूर्ण व्यावसायिक मार्ग है।

    हालाँकि यह अस्पष्ट है कि तेल टैंकरों पर हमले का असल जिम्मेमदार कौन है। अमेरिका ने इसके लिए ईरान को जिम्मेवार ठहराया है लेकिन ईरान ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है। अपने दावे की पुष्टि  के लिए अमेरिका ने एक वीडियो जारी की थी। इसके मुताबिक, ईरान के रेवोलूशनरी गार्ड कॉर्प्स दो क्षतिग्रसत जहाजों में एक से विस्फोटक सामग्री को बाहर निकाल रहे हैं।

    अमेरिका के दावे का सऊदी अरब और ब्रिटेन ने समर्थन किया है जबकि रूस ने ईरान का समर्थन किया है। चीन के राजदूत ने मंगलवार को मांग की कि ईरान के साथ मामलों को सुलझाने के लिए अमेरिका को अत्यधिक दबाव का इस्तेमाल नही करना चाहिए।

    चीन और ईरान के करीबी ऊर्जा सम्बन्ध है और चीन अमेरिका अन्य देशों और कंपनियों के खिलाफ के खतरे से क्रोधित हैं।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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